Gold Prices: अंतराष्ट्रीय बाजार में, सोने की कीमतें शुक्रवार 13 सितंबर को अपने नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से बाजार में तेजी आई। डॉलर में गिरावट से भी सोने के भाव में इजाफा हुआ। अंतराष्ट्रीय समयानुसार दोपहर 2.10 बजे, स्पॉट गोल्ड 0.7% बढ़कर 2,576.48 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था। वहीं US गोल्ड फ्यूचर्स 1% उछलकर 2,605.30 डॉलर तक पहुंच गया।
एनालिस्ट्स का कहना है कि गोल्ड मार्केट के बुल्स अब सोने की कीमतों को तेजी से 3,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। खासतौर से ऐसे समय में, जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अनिश्चितता छाई हुई है और दुनिया के प्रमुख सेंट्रल बैंक मॉनिटरी पॉलिसी में ढील दिए जाने की तैयारी कर रहे हैं।
किटको मेटल्स के सीनियर मार्केट एनालिस्ट जिम विकॉफ ने कहा, “सोने और चांदी के बाजार में तेजी के संकेत हैं। सभी सितारे बुल्स के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं। यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने इस सप्ताह अपनी मुख्य ब्याज दर कम कर दी है। फेडरल रिजर्व भी अगले सप्ताह भी ब्याज दर कम कर सकता है क्योंकि अमेरिका में महंगाई के आंकड़े नरम हैं।”
CME फेडवॉच टूल से भी अगले सप्ताह ब्याज दरों में कटौती की पूरी संभावना का संकेत मिल रहा है। ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत कटौती की संभावना लगभग 53% और 0.50% कटौती की संभावना करीब 47% बताई जा रही है। यह 2020 के बाद से फेडरल रिजर्व की पहला रेट कट होगा। इस उम्मीद के चलते सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं।
कॉमर्जबैंक के एनालिस्ट्स ने कहा, “बाजार को अभी भी उम्मीद है कि फेडरल रिजर्व साल के अंत तक ब्याज दरों में लगभग 1% की कटौती करेगा, यानी सितंबर के बाद बची हुई दो बैठकों में से एक में करीब 0.50% कटौती का ऐलान हो सकता है। इसलिए, आने वाले महीनों में इन आक्रामक कटौती के चलते सोने की कीमतों में तेजी जारी रहने की संभावना है।”
अन्य कीमती धातुएं भी बढ़ीं
गोल्ड के अलावा बाकी कीमतों धातुओं के दाम में भी उछाल आया है। पैलेडियम 1 फीसदी बढ़कर 1,056.00 डॉलर पर पहुंचा गया और इस सप्ताह में इसमें लगभग 15% की तेजी आई है। रूस पैलेडियम का उत्पादन करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश है। वहीं, स्पॉट सिल्वर 2.4% बढ़कर 30.62 डॉलर और प्लैटिनम 1.8% बढ़कर 994.80 डॉलर तक पहुंच गए।