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Ola Electric Shares: ओला इलेक्ट्रिक को लेकर इस कारण HSBC परेशान, निवेशकों को दी फटाफट यह करने की सलाह

Ola Electric Share Price: आज खरीदारी के माहौल में भी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में बिकवाली का दबाव दिख रहा है और इसके शेयर एक फीसदी से अधिक टूट गए। ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों पर यह दबाव ब्रोकरेज फर्म HSBC की एक चिंता ने बनाया है। एचएसबीसी मार्केट में इसके कम होते दबदबे को लेकर चिंतित है। ब्रोकरेज का मानना है कि अगर मार्केट में दबदबे का मौजूदा रुझान कम रहता है तो वित्त वर्ष 2025 और वित्त वर्ष 2026 में इसकी वॉल्यूम सेल्स के अनुमान में 15-20 फीसदी की कटौती हो सकती है। इसने शेयरों पर दबाव बनाया। फिलहाल BSE पर यह 0.97 फीसदी की गिरावट के साथ 111.90 रुपये के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 1.11 फीसदी फिसलकर 111.75 रुपये तक आ गया था।

Ola Electric की सेल्स में कितनी आई गिरावट?

पिछले महीने अगस्त में ओला इलेक्ट्रिक की 27,506 गाड़ियां बिकी जो इस साल 2024 में सबसे कम है। जुलाई की तुलना में अगस्त में 34 फीसदी की गिरावट आई। इसने ओला इलेक्ट्रिक के मार्केट में दबदबे को भी फीका कर दिया और जून तिमाही के आखिरी में यह 49 फीसदी से घटकर अगस्त के आखिरी में 31 फीसदी पर आ गया। वहीं दूसरी तरफ ओला इलेक्ट्रिक की तुलना में टीवीएस और बजाज ऑटो ने मार्केट पर अपनी पकड़ बनाए रखा है। बजाज ऑटो का इलेक्ट्रिक वीईकल में मार्केट शेयर 19 फीसदी और टीवीएस का 20 फीसदी है। एचएसबीसी के मुताबिक ओला इलेक्ट्रिक की कॉम्पटीटर्स ने सस्ते में ईवी बाइक्स मुहैया करा दीं जिससे इसे झटका लगा। अगस्त में टीवीएस आईक्यूब और बजाज चेतक की बिक्री में उछाल दिखा।

ओला इलेक्ट्रिक में निवेश के लिए क्या अपनाएं स्ट्रैटेजी?

ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 9 अगस्त को लिस्ट हुए हैं। 76 रुपये के फ्लैट भाव पर लिस्ट होकर कुछ ही दिनों बाद यह 20 अगस्त को यह 157.53 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर चला गया यानी निवेशकों का पैसा डबल हो गया। हालांकि जून 2024 तिमाही के कारोबारी नतीजे ने शेयरों पर दबाव बनाया और उठा-पटक के साथ इस हाई से फिलहाल यह करीब 29 फीसदी डाउनसाइड है। ब्रोकरेज फर्म HSBC के मुताबिक अभी इसके शेयरों में रिकवरी की उम्मीद दिख रही है। ऐसे में ब्रोकरेज ने इसे 140 रुपये के टारगेट प्राइस पर खरीदारी की रेटिंग दी है। जून तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा सालाना आधार पर 30 फीसदी बढ़कर 347 करोड़ रुपये पर पहुंच गया लेकिन इस दौरान कंसालिडेटेड रेवेन्यू 32 फीसदी उछलकर 1,644 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।

डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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