अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में अपने लो लेवल से 2200 पर्सेंट से ज्यादा की तूफानी तेजी आई है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर पिछले साढ़े 4 साल में 9 रुपये से बढ़कर 200 रुपये के पार पहुंच गए हैं। कंपनी के शेयरों ने इस अवधि में 1 लाख रुपये के निवेश को बढ़ाकर 23 लाख रुपये कर दिया है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर अब इलेक्ट्रिक कार और बैटरी बनाने की योजना पर विचार कर रही है।
1 लाख रुपये के बना दिए 23 लाख रुपये से ज्यादा
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर 27 मार्च 2020 को 9.20 रुपये पर थे। कंपनी के शेयर 6 सितंबर 2024 को 213.10 रुपये पर बंद हुए हैं। अनिल अंबानी की कंपनी के शेयरों में इस अवधि में 2217 पर्सेंट का उछाल आया है। अगर किसी व्यक्ति ने 27 मार्च 2020 को रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में 1 लाख रुपये लगाए होते और अपने निवेश को बनाए रखा होता तो मौजूदा समय में 1 लाख रुपये से खरीदे गए शेयरों की वैल्यू 23.15 लाख रुपये होती। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों का 52 हफ्ते का हाई लेवल 308 रुपये है। वहीं, कंपनी के शेयरों का 52 हफ्ते का लो लेवल 143.70 रुपये है।
इलेक्ट्रिक कार और बैटरी बनाने का प्लान
अनिल अंबानी के मालिकाना हक वाली कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) इलेक्ट्रिक कार और बैटरीज बनाने के प्लान पर विचार कर रही है। कंपनी ने अपने प्लान्स पर सलाह देने के लिए चीन की कंपनी BYD के पूर्व इंडिया एग्जिक्यूटिव संजय गोपालकृष्णन को नियुक्त किया है। इस मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों ने यह बताया है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। एक सूत्र ने बताया है कि अनिल अंबानी की कंपनी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल प्लांट की कॉस्ट फिजिबिलिटी स्टडी के लिए एक्सटर्नल कंसल्टेंट्स को हायर किया है। इस प्लांट की सालाना कैपेसिटी शुरुआत में करीब 250000 व्हीकल्स की हो सकती है, जिसे कुछ सालों में 750000 व्हीकल्स तक किया जा सकता है।