Multibagger Share: चॉकलेट, कोकोआ प्रोडक्ट्स और कोकोआ डेरिवेटिव्स बनाने वाली एक कंपनी ने 4 साल में निवेशकों का जमकर मुनाफा कराया है। इतनी कम अवधि में इस कंपनी के शेयर ने 1 लाख रुपये के 1 करोड़ रुपये बना दिए हैं। इस कंपनी में मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के अंब्रैला तले आने वाली रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। हम बात कर रहे हैं लोटस चॉकलेट (Lotus Chocolate) की।
रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल आर्म रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की स्टेप-डाउन एफएमसीजी सब्सिडियरी है। रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने लोटस चॉकलेट में मई 2023 में 74 करोड़ रुपये में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी की खरीद कंप्लीट की थी। इस खरीद की घोषणा दिसंबर 2022 में की गई थी।
4 साल में शेयर ने दिया 10636% का रिटर्न
लोटस चॉकलेट का शेयर बीएसई पर 6 सितंबर को 5 प्रतिशत टूटकर लोअर सर्किट में 1766.05 रुपये पर बंद हुआ। 4 साल पहले 7 सितंबर को शेयर की कीमत बीएसई पर 16.45 रुपये थी। कैलकुलेट करें तो तब से लेकर अब तक शेयर की कीमत करीब 10636 प्रतिशत मजबूत हो चुकी है। अगर किसी ने 4 साल पहले के भाव पर कंपनी के 10000 रुपये के शेयर खरीदे होंगे और अभी तक उन्हें बेचा नहीं होगा तो उसका निवेश 10.73 लाख रुपये से ज्यादा हो चुका होगा। इसी तरह 20000 रुपये का निवेश 21.47 लाख, 50000 रुपये का निवेश 53.68 लाख और 1 लाख रुपये का निवेश 1 करोड़ रुपये से ज्यादा में बदल गया होगा।
एक साल में लोटस चॉकलेट शेयर 470% चढ़ा
लोटस चॉकलेट एक स्मॉल कैप कंपनी है। इसका मार्केट कैप 2200 करोड़ रुपये के स्तर पर है। शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है। पिछले एक साल में शेयर की कीमत 470 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ी है। बीएसई पर शेयर ने 26 अगस्त 2024 को 52 सप्ताह का उच्च स्तर 2608.65 रुपये छुआ था। 52 सप्ताह का निचला स्तर 213 रुपये 6 दिसंबर 2023 को दर्ज किया गया। कंपनी की 35वीं सालाना आम बैठक 30 सितंबर को होने वाली है। जून 2024 के आखिर तक लोटस चॉकलेट में प्रमोटर्स के पास 72.07 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
अप्रैल-जून 2024 तिमाही में कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर बढ़कर 141.30 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 32.30 करोड़ रुपये था। इस बीच कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा बढ़कर 9.41 करोड़ रुपये रहा, जो जून 2023 तिमाही में 19.60 लाख रुपये था। जून 2024 तिमाही में खर्चे बढ़कर 131 करोड़ रुपये के रहे, जो एक साल पहले 32 करोड़ रुपये के थे।