रेगुलेटरी चिंताओं और अमेरिका में मंदी की आशंका से 6 सितंबर को बाजार में 1% से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1,017 प्वाइंट गिरकर 81,184 पर और निफ्टी निफ्टी 293 प्वाइंट गिरकर 24,852 पर बंद हुआ। ऐसे में बाजार की आगे की चाल पर बात करते हुए पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड(PGIM India Mutual Fund) के CIO विनय पहाड़िया (Vinay Paharia) ने सीएनबीसी-आवाज से बातचीत में कहा कि उनके फंड में अलग-अलग मार्केट कैप वाली कंपनियों में निवेश किया है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेक्टर में 3 साल का आउटलुक रखे। डिपॉजिट के साथ क्रेडिट ग्रोथ बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि बैंकिग सेक्टर में शॉर्ट टर्म में परेशानी नजर आ रही है।
उन्होंने कहा कि हमारे पोर्टफोलियो में लार्ज, मिड, स्मॉल कैप मिक्स रणनीति बनाई गई है। डेट, मनी मार्केट में अधिकतम 25% निवेश किया है । इक्विटी और इक्विटी जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में 75% निवेश किया। लार्ज, मिड और स्मॉलकैप में कम से कम 25% निवेश किया है। हमने अपने पोर्टफोलियो में फ्यूचरिस्टिक सोच को लेकर निवेश किया है। कंपनियों की ग्रोथ रेट पर फोकस रखे। कंपनियों के कैश फ्लो, रिटर्न पर नजर है।
बाजार पर राय
विनय पहाड़िया ने आगे कहा कि बाजार 1-1.5 साल से बाजार बहुत बेहतर रहा है । बाजार में बहुत कम करेक्शन हुए है। कई करेक्शन के बाद भी बाजार ने रिकवर किया है। इलेक्शन रिजल्ट पर बाजार को झटका लगा था। बजट के दौरान बाजार को फिर झटका लगा था। जापान में ब्याज दरें बढ़ाने का असर हुआ था। इतने झटकों के बाद भी बाजार संभला रहा है। जबकि कुछ समय से बड़ी कंपनियों का रिटर्न कम रहा । छोटी कंपनियों ने बेहतर रिटर्न दिया। बड़ी कंपनियों ने 25-30% तक अंडरपरफॉर्म किया है।
उन्होंने कहा कि बाजार दो हिस्सों में बंटा हुआ है। कम और ज्यादा ग्रोथ वाली कंपनियां शामिल है। इस समय बड़ी कंपनियों की ग्रोथ कम है जबकि बड़ी कंपनियों के वैल्युएशन किफायती है। बी अवधि के वेल्थ क्रिएशन के लिए सही नहीं है।
किन सेक्टर्स पर नजर
मार्केट में रिलेटिव डिस्काउंट मौजूद है। ऐसे में ग्रोथ देने वाली कंपनियों पर फोकस करना चाहिए। वैल्युएशन के हिसाब से भी निवेश करें। कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी सेक्टर बेहतर रहा। फाइनेंशियल सर्विसेस, प्राइवेट बैंक पर नजर रखें। MDFCs में भी बढ़िया ऑप्शन है। प्राइवेट बैंक, MDFCs में वैल्युएशन कम, ग्रोथ हाई है। हेल्थ केयर सेक्टर में वैल्युएशन ज्यादा, ग्रोथ ज्यादा रहा। IT सेक्टर में भी मौके अच्छे मिल रहे है।
बैकिंग सेक्टर पर राय
बैंकिंग सेक्टर पर अपनी रणनीति साझा करते हुए उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेक्टर में डिपॉजिट ग्रोथ की समस्या है। 2-3 साल में डिपॉजिट ग्रोथ घटी है। हालांकि सेक्टर में 3 साल का आउटलुक रख निवेश किया जा सकता है। डिपॉजिट के साथ क्रेडिट ग्रोथ बढ़ने की उम्मीद है। फिलहाल बैकिंग सेक्टर में अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है। लंबी अवधि के लिए निवेश की सलाह होगी। बैंकिग सेक्टर में शॉर्ट टर्म में परेशानी दिख रही है। लेकिन लॉन्ग टर्म में बैंकिंग सेक्टर अच्छा करेगा। अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड वाले बैंक में निवेश करें।
IT सेक्टर पर राय
विनय पहाड़िया ने आगे कहा कि IT सेक्टर में काफी चुनौतियां बनी हुई है। 2 साल में बिजनेस काफी कम हुआ है। हालांकि कोविड के बाद बिजनेस ग्रोथ बढ़ी थी। पिछले 7-8 क्वार्टर में ग्रोथ में कमजोरी रही। पिछले 2 तिमाही से ग्रोथ में सुधार रहा। अब IT सेक्टर में ग्रोथ नजर आने लगी। AI कंपनियों की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है। IT सेक्टर में वैल्युएशन अच्छा है । IT सर्विसेस में अच्छी ग्रोथ हुई।
(डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।