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4 साल बाद शेयर बाजार में एंट्री लेगी यह कंपनी, IPO के लिए किया अप्लाई

 

Hexaware Technologies IPO: आईटी सेक्टर से जुड़ी कंपनी- हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज का प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लॉन्च होने वाला है। इसके लिए कंपनी ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किया है। इसके मुताबिक आईपीओ के जरिए प्रमोटर ₹9950 करोड़ के शेयर बेचेंगे।

किसे मिली है जिम्मेदारी

अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म कार्लाइल द्वारा प्रमोटेड हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज ने शेयर बिक्री का प्रबंधन करने के लिए कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, सिटी ग्लोबल मार्केट्स, जे.पी. मॉर्गन, एचएसबीसी सिक्योरिटीज और कैपिटल मार्केट्स के अलावा आईआईएफएल सिक्योरिटीज को काम पर रखा है। बता दें कि हेक्सावेयर का आईपीओ दो दशक से भी पहले टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की ₹4713 करोड़ की प्रारंभिक शेयर बिक्री के बाद से देश की सूचना प्रौद्योगिकी सेवा क्षेत्र में सबसे बड़ा होगा।

कंपनी के बारे में

साल 2021 में कार्लाइल ने लगभग 3 बिलियन डॉलर में बैरिंग प्राइवेट इक्विटी एशिया (अब ईक्यूटी) से हेक्सावेयर का अधिग्रहण किया। यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा प्राइवेट इक्विटी डील बन गया। यदि हेक्सावेयर की लिस्टिंग योजना सफल होती है, तो यह 4 साल बाद घरेलू स्टॉक एक्सचेंजों में वापसी करेगी।

एनएसई डेटा से पता चलता है कि इसे शुरुआत में 14 जून 2002 को लिस्ट किया गया था। कार्लाइल द्वारा हेक्सावेयर का अधिग्रहण करने से पहले पिछले प्रमोटर बैरिंग प्राइवेट इक्विटी एशिया ने इसके शेयरों को डीलिस्ट कर दिया था।

कार्लाइल की 95.03% हिस्सेदारी

हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज में कार्लाइल की 95.03% हिस्सेदारी है। कंपनी आईटी, बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉल्यूशंस जैसी कई तरह की सर्विसेज प्रोवाइड करती है। इक्विटी शेयरों को बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज दोनों पर सूचीबद्ध करने की योजना है। आपको बता दें कि इस कंपनी ने पहली बार नवंबर 1992 में शेयर जारी किए थे। इसने निजी तौर पर सात शेयरधारकों को ₹10 प्रति शेयर के फेस वैल्यू पर कुल 80 शेयर बेचे।

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