पब्लिक सेक्टर कंपनियों के इंडेक्स में 6 सितंबर को लगातार तीसरे दिन दबाव देखने को मिल रहा है। अमेरिकी जॉब डेटा के आने से पहले शेयर बाजार में भी दबाव देखने को मिल रहा है। निफ्टी PSE इंडेक्स 6 सितंबर को कारोबार के दौरान 2.4% तक लुढ़क गया। इसके बाद इसमें थोड़ी रिकवरी देखने को मिल रही है। इंडेक्स की 20 में से 18 इकाइयां नुकसान में ट्रेड कर रही हैं। एक समय पर कारोबार के दौरान इस इंडेक्स के सभी स्टॉक गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
PSE इंडेक्स से जुड़े ऑयल इंडिया, REC और NHPC के शेयरों में गिरावट तेज है। साथ ही, ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में भी सुस्ती देखने को मिल रही है। ऐसे ज्यादातर स्टॉक में हाल में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिल रही थी। पिछले साल यानी 2023 में PSE इंडेक्स में सबसे बेहतर परफॉर्मेंस REC की रही थी और इसमें 250 पर्सेंट की बढ़ोतरी रही थी। क्रू़ड ऑयल की कीमतों में गिरावट से HPCL और BPCL जैसी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में भी तेजी रही थी। बहरहाल, इन दोनों स्टॉक और इंडियन ऑयल में इस साल अब तक 30% से 40% तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
PSE इंडेक्स में इस हफ्ते 3.1% की गिरावट है और इस हिसाब से यह पिछले दो महीनों में इंडेक्स की सबसे खराब परफॉर्मेंस है। टेक्निकल एनालिस्ट मितेश ठक्कर ने सीएनबीसी-टीवी18 को बताया, ‘BEL, कोल इंडिया, BHEL जैसे पीएसयू स्टॉक कमजोर दिख रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में इनकी परफॉर्मेंस काफी अच्छी रही है और अब ये गिरावट की तरफ कंसॉलिडेशन मोड में नजर आ रही हैं। लिहाजा, PSU शेयरों में और गिरावट देखने को मिल सकती है। बहरहाल, बाजार के स्थिर होने पर इसमें वापसी हो सकती है। मुझे लगता है कि अगर PSU शेयरों में और गिरावट नहीं भी होती है, तो भी इससे बचने की जरूरत है।’
निफ्टी PSE इंडेक्स फिलहाल 1.8 पर्सेंट गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है और पिछले तीन हफ्तों में पहली बार इसे नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।