भारत में स्टॉक मार्केट में निवेशकों करने वाले निवेशकों की तादाद लगातार बढ़ रही है। भारत में कुल डीमैट अकाउंट की संख्या ने अगस्त में पहली बार 17 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया। अगस्त में कुल 42.3 लाख नए डीमैट अकाउंट खोले गए, जिससे कुल संख्या 17.11 करोड़ हो गई। डिपॉजिटरी के लेटेस्ट आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इसके साथ ही भारत के डीमैट अकाउंट्स की संख्या रूस, मैक्सिको और जापान की कुल जनसंख्या से भी अधिक हो गई है।ब
डीमैट अकाउंट्स की संख्या रूस, मैक्सिको और जापान की आबादी से अधिक
डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई के 44.44 लाख डीमैट अकाउंट्स की तुलना में अगस्त का आंकड़ा थोड़ा कम है। अगस्त 2023 में 31 लाख की बढ़ोतरी के साथ यह काफी अधिक था। भारत के कुल डीमैट अकाउंट अब अन्य देशों की तुलना में नौवें स्थान पर हैं, जिसका मतलब है कि कुल डीमैट अकाउंट रूस, इथियोपिया, मैक्सिको और जापान जैसे देशों की आबादी से अधिक हैं और बांग्लादेश की आबादी के करीब हैं।
यह उपलब्धि कुल डीमैट अकाउंट के 16 करोड़ पर पहुंचने के दो महीने बाद ही हासिल हो गई है। जनवरी 2023 से अब तक 6 करोड़ से अधिक नए डीमैट अकाउंट खोले जा चुके हैं। 2024 में लगभग 3.18 करोड़ नए डीमैट अकाउंट खोले गए हैं, जो 2023 में खोले गए 3.10 करोड़ के कुल योग को पार कर गया है।
डीमैट अकाउंट सिक्योरिटीज मार्केट में ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल होने वाला एक अकाउंट है। इसमें, शेयर, म्यूचुअल फ़ंड, बॉन्ड, और एक्सचेंज-ट्रेडेड फ़ंड (ETF) जैसी सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखा जा सकता है। इस अकाउंट में खरीदे और बेचे गए शेयरों का रिकॉर्ड होता है।