स्मॉलकैप, मिडकैप और थीमेटिक जैसे ज्यादा निवेशक दिलचस्पी वाली श्रेणियों में भी दबदबा रखने वाले इन फंड हाउसों ने नए निवेश खातों की बड़ी भागीदारी में भी अपना योगदान दिया है।
उदाहरण के लिए स्मॉलकैप श्रेणी में निप्पॉन और क्वांट पिछले तीन और पांच वर्षों में शानदार प्रदर्शन करने वाले रहे जबकि एचडीएफसी की योजनाएं मिडकैप, फ्लेक्सीकैप और बैलेंस्ड एडवांटेज श्रेणियों में शीर्ष पर बनी रहीं। फंड ने अपनी नई थीमेटिक पेशकशों में भी निवेशकों की शानदार दिलचस्पी दर्ज की।
प्रदर्शन के अलावा इनके बड़े परिसंपत्ति आकार, वितरण क्षमता और ब्रांड पहचान ने भी इनकी फोलियो वृद्धि में योगदान दिया है।
निप्पॉन इंडिया में मुख्य व्यावसायिक अधिकारी सौगत चटर्जी का कहना है कि फंड ने अपनी पहुंच बढ़ाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा, ‘इनमें मझोले और छोटे शहरों में निवेशकों के बीच व्यापक जागरूकता कार्यक्रम और डिजिटल प्रेमी युवाओं को आकर्षित करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्मों के साथ भागीदारियां शामिल हैं।’
इसके विपरीत सिर्फ दो फंड कंपनियों– ऐक्सिस व PGIM इंडिया ने अपने फोलियो की संख्या में पिछले साल के दौरान कमजोरी दर्ज की। पिछले रिटर्न खासकर एक्टिव इक्विटी फंड सेगमेंट में फंडों का चयन करने के लिहाज से महत्वपूर्ण होते हैं।