शेयर बाजार में तेजी और स्थायित्व लाने में अहम भूमिका निभा रहे रिटेल इन्वेस्टर की संख्या (डीमैट अकाउंट) एक साल में 4.03 करोड़ (31.23%) बढ़ी है। इनमें 1.28 करोड़ (32.16%) नए निवेशक बिहार, मध्य प्रदेश (MP), राजस्थान और उत्तर प्रदेश से आए हैं।
यह वे राज्य हैं जिन्हें आर्थिक रूप से पिछड़ा बताकर ‘बीमारू’ राज्यों की श्रेणी में रखा जाता था। इनकी तुलना में संपन्न माने जाने वाले तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना में केवल 52.10 लाख (12.92%) रिटेल निवेशक बढ़े।
यूपी में एक साल में 57.24 लाख नए इन्वेस्टर जुड़े
उत्तर प्रदेश में अब कुल निवेशकों की संख्या बढ़कर 1.81 करोड़ हो गई है। वह गुजरात को पीछे छोड़कर महाराष्ट्र के बाद दूसरा सबसे बड़ा शेयर निवेशकों की आबादी वाला राज्य बन गया है। महाराष्ट्र में कुल 3.19 करोड़ निवेशक हैं। वहीं गुजरात में शेयर बाजार निवेशकों की संख्या 1.60 करोड़ है।
केरल में एक साल में सिर्फ 7.08 लाख निवेशक बढ़े
देश के संपन्न या समृद्ध राज्य माने जाने वाले केरल में बीते एक साल में सिर्फ 7.08 लाख निवेशक बढ़े हैं। ये वहीं कर्नाटक में बीते एक साल में 19.02 लाख नए निवेशक शेयर बाजार से जुड़े हैं। हालांकि महाराष्ट्र में इसकी संख्या 62.64 लाख रही।
3 साल में 3 गुना हुए डीमैट अकाउंट की संख्या
वहीं तीन साल में डीमैट अकाउंट तीन गुना से ज्यादा हो गए। 2021 में इनकी संख्या 5.44 करोड़ थी, जो बढ़कर 16.96 करोड़ हो गई है। मेहता इक्विटीज के डायरेक्टर प्रशांत भंसाली ने कहा- अगले 12 महीनों में 20 करोड़ डीमैट अकाउंट तक पहुंचना संभव लगता है।
बीते एक साल में सेंसेक्स में 20% की तेजी रही
बीते एक साल में 20% की तेजी देखने को मिली है। 1 साल पहले यानी 28 अप्रैल 2023 को सेंसेक्स 61,112 अंक पर था जो अब यानी 28 अप्रैल 2024 को 73,730 अंक पर पहुंच है। एक्सपर्ट्स के अनुसार इसमें आने वाले दिनों में भी तेजी जारी रहने के आसार हैं।