ECOS मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO के लिए आज बोली लगाने का आखिरी है। दो दिन में ECOS मोबिलिटी का IPO टोटल 9.64 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। रिटेल कैटेगरी में IPO 9.14 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) में 0.10 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 23.53 गुना सब्सक्राइब हुआ।
4 सितंबर को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। ECOS मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी इस इश्यू के जरिए टोटल ₹601.20 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी के मौजूदा निवेशक पूरे ₹601.20 करोड़ के 18,000,000 शेयर ऑफर फॉर सेल के जरिए बेच रहे हैं। इस IPO के लिए एक भी फ्रेश शेयर इश्यू नहीं किए जा रहे हैं।
अगर आप भी इसमें पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं।
मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं?
ECOS मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी ने इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹318-₹334 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 44 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹334 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,696 इन्वेस्ट करने होंगे।
वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 572 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹191,048 इन्वेस्ट करने होंगे।
इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व
कंपनी ने इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है।
ग्रे मार्केट में प्रीमियर एनर्जीज का प्रीमियम 47.9%
लिस्टिंग से पहले कंपनी का शेयर ग्रे मार्केट में 47.9% यानी ₹160 प्रति शेयर के प्रीमियम पर पहुंच गया है। ऐसे में अपर प्राइस बैंड ₹334 के हिसाब से इसकी लिस्टिंग ₹494 पर हो सकती है। हालांकि, इससे केवल अनुमान लगाया जा सकता है, शेयर की लिस्टिंग की प्राइस ग्रे मार्केट की प्राइस से अलग होती है।
एम्प्लॉई ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रोवाइड करने का काम करती है कंपनी
ECOS मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड कॉर्पोरेट कस्टमर्स को रेंट पर कार देने और एम्प्लॉई ट्रांसपोर्ट सर्विस प्रोवाइड करने का काम करती है। 25 साल से ज्यादा के एक्सपीरियंस के साथ कंपनी देश के 100 से ज्यादा शहरों में काम करती है।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।