Reliance Home Finance share price: अनिल अंबानी की हाउसिंग फाइनेंस से जुड़ी कंपनी रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड के शेयर कल सोमवार को कारोबार के दौरान फोकस में रहेंगे। दरअसल, उद्योगपति अनिल अंबानी पूंजी बाजार नियामक सेबी के आदेश की रिव्यू कर रहे हैं। वे कानूनी सलाह के आधार पर उचित कदम उठाएंगे। उनके प्रवक्ता ने रविवार को यह कहा। बता दें कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अनिल अंबानी को पूंजी बाजार से पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। कंपनी के शेयर बीते शुक्रवार को 5% गिरकर 4.45 रुपये पर बंद हुए थे।
क्या है डिटेल
कंपनी के प्रवक्ता ने बयान में कहा कि रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (आरएचएफएल) से जुड़े एक मामले में सेबी के 11 अगस्त, 2022 के अंतरिम आदेश का पालन करने के लिए अंबानी ने रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और रिलायंस पावर लिमिटेड के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया था।बयान के अनुसार, वह “पिछले ढाई वर्षों से उक्त अंतरिम आदेश (11 फरवरी, 2022 के) का अनुपालन कर रहे हैं। सेबी ने 22 अगस्त को दिए आदेश में अनिल अंबानी और 24 अन्य को धन की हेराफेरी के आरोप में प्रतिभूति बाजार से पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। प्रवक्ता ने कहा, “अनिल अंबानी उक्त मामले में सेबी द्वारा पारित 22 अगस्त, 2024 के अंतिम आदेश की समीक्षा कर रहे हैं और कानूनी सलाह के अनुसार अगला कदम उठाएंगे।” सेबी ने अंबानी पर 25 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था और कहा था कि उन्होंने रिलायंस होम फाइनेंस से धन की हेराफेरी करने की योजना बनाई थी। रिलायंस होम फाइनेंस, रिलायंस समूह की एक सूचीबद्ध अनुषंगी कंपनी है जिसके वे चेयरमैन हैं। प्रतिबंध के तहत अनिल और अन्य 24 इकाइयां प्रतिभूति बाजार में लेन-देन नहीं कर पाएंगे। उन पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिभूतियों की खरीद, बिक्री या अन्य प्रकार से लेनदेन करने पर प्रतिबंध रहेगा।
बता दें कि अनिल अंबानी के रिलायंस समूह में वित्तीय सेवाएं, बुनियादी ढांचा और दूरसंचार शामिल थे, जबकि बड़े भाई को पारंपरिक तेल शोधन और पेट्रोकेमिकल्स का कारोबार मिला। पिछले कुछ वर्षों में, अनिल अंबानी ने समूह की तीन सबसे बड़ी कंपनियों को देखा है, जिनमें रिलायंस कम्युनिकेशंस, रिलायंस कैपिटल और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं, जो बकाया कर्ज के कारण दिवालिया हो गई हैं।
कंपनी के शेयर
रिलायंस होम फाइनेंस शेयर के इतिहास की बात करें तो 9 जनवरी 2024 को इसकी कीमत 6.22 रुपये थी। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है। वहीं, 17 अगस्त 2023 को शेयर 1.61 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है। शेयर ने कुछ साल पहले 120 रुपये के स्तर को टच किया था। रिलायंस होम फाइनेंस में पब्लिक शेयरहोल्डिंग 99.26 फीसदी की है। वहीं, प्रमोटर रहे अनिल अंबानी फैमिली की हिस्सेदारी 0.74 फीसदी की है। पब्लिक शेयरहोल्डर्स में भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी (LIC) की बड़ी हिस्सेदारी है। एलआईसी के पास रिलायंस कंपनी के 74,86,599 शेयर हैं। यह करीब 1.54 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)