ONGC share: पब्लिक सेक्टर की कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) ने रविवार को कहा कि उसने बंगाल की खाड़ी में कृष्णा गोदावरी बेसिन में अपनी फ्लैगशिप डीप-सी प्रोजेक्ट का एक और कुआं खोला है। कंपनी ने कहा कि इससे उसे कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का प्रोडक्शन बढ़ाने में मदद मिलेगी। बीते शुक्रवार को ONGC के शेयरों में 1.56 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 319.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 4.01 लाख करोड़ रुपये है।
ONGC ने पांचवें तेल कुएं से शुरू किया प्रोडक्शन
इस साल जनवरी में ONGC ने KG-DWN-98/2 या KG-D5 ब्लॉक से तेल का उत्पादन शुरू किया था। इसे रिफाइनरियों में पेट्रोल और डीजल जैसे फ्यूल में कनवर्ट किया जाता है। कंपनी ने रविवार को शेयर बाजार को बताया, “24 अगस्त 2024 को ओएनजीसी ने ब्लॉक KG-DWN-98/2 क्लस्टर-2 एसेट में अपने पांचवें तेल कुएं से उत्पादन शुरू करके एक बड़ी उपलब्धि हासिल की।”
क्या है ONGC का प्लान?
कंपनी ने आगे कहा कि फ्लोटिंग प्रोडक्शन, स्टोरेज और ऑफलोडिंग (FPSO) जलयान का लाभ उठाते हुए ओएनजीसी ने एसोसिएटेड गैस का ट्रांसपोर्टेशन और बिक्री शुरू कर दिया है। ONGC ने हालांकि यह नहीं बताया कि नया कुआं कितना प्रोडक्शन कर रहा है। इसके साथ ही कंपनी ने ऑफशोर-टू-ऑनशोर टर्मिनल से अपनी गैस एक्सपोर्ट लाइन को भी सफलता के साथ चालू कर दिया। कंपनी ने कहा, “इससे पहले जनवरी में उसी एसेट से तेल उत्पादन शुरू हुआ था, जिसमें 13 में से चार कुओं में पहले से ही फ्लो हो रहा था। गैस उत्पादन भी आगे बढ़ रहा है और सात में तीन कुएं चालू हैं।”
केजी बेसिन में रिलायंस इंडस्ट्रीज के केजी-डी6 ब्लॉक के बगल में स्थित इस ब्लॉक में कई डिस्कवरी हैं, जिन्हें क्लस्टर में जोड़ा गया है। आंध्र प्रदेश के तट से 35 किलोमीटर दूर 300-3200 मीटर की गहराई में स्थित इस ब्लॉक में डिस्कवरी को क्लस्टर-1, 2 और 3 में डिवाइड किया गया है। क्लस्टर 2 में प्रोडक्शन शुरू किया जा रहा है। ओएनजीसी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 42.8 फीसदी घटकर 10,236 करोड़ रुपये रह गया। यह एक साल पहले इसी अवधि में 17893 करोड़ रुपये था।