अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल ने मॉनिटरी पॉलिसी में नरमी और ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिए हैं। उनका कहना है कि जोखिम अब इनफ्लेशन से रोजगार की तरफ शिफ्ट कर गया है, लिहाजा फेडरल रिजर्व को लेबर मार्केट की मदद के नजरिये से देखने की जरूरत है।
पावेल ने जैक्सन होल में आयोजित इवेंट में कहा, ‘पॉलिसी में बदलाव का समय आ गया है। यात्रा की दिशा स्पष्ट है और ब्याज दरों में कटौती का समय और मात्रा आगामी डेटा, आउटलुक और जोखिम संबंधी संतुलन पर निर्भर करता है।’
उनका कहना था, ‘इनफ्लेशन में बढ़ोतरी का जोखिम कम हुआ है, जबकि रोजगार के मोर्चे पर गिरावट का खतरा बढ़ा है।’ इस वजह से मॉनिटरी पॉलिसी में नरमी बरते जाने के लिए गुंजाइश बढ़ी है। शेयर बाजार भी पावेल के इस बयान का बेसब्री से इंतजार कर रहा था, ताकि उसे ब्याज दरों में कटौती, उसकी टाइमिंग और साइज को लेकर कोई संकेत मिल सके।
गौरतलब है कि महामारी से जुड़ी आर्थिक चुनौतियां अब खत्म हो रही हैं। पावेल ने बताया, ‘इनफ्लेशन में गिरावट तेज रही है। लेबर मार्केट में अब सक्रिताय नहीं है और परिस्थितियां अब कोरोना महामारी के दौर और उससे पहले के मुकाबले बेहतर हैं।’ पावेल के भाषण से पहले फ्यूचर मार्केट्स के हवाले से खबर आ रही थी कि निवेशक 17-18 सितंबर की पॉलिसी मीटिंग में ब्याज दर में 0.25 पर्सेंट की कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। इसके अलावा, बाजार को 2024 के अंत तक ब्याज दर में 1 पर्सेंट कटौती का अनुमान है।
जेरोम पावेल ने अपने भाषण में इनफ्लेशन के मोर्चे पर हुई प्रगति के बारे में जानकार दी। उन्होंने संकेत दिए कि फेडरल रिजर्व अब दूसरे पहलू पर भी बेहतर तरीके से फोकस कर सकता है। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा कि अर्थव्यवस्था में रोजगार की दिक्कत नहीं हो।