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डाबर तमिलनाडु में 400 करोड़ रुपए निवेश करेगी: वर्ड क्लास मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए राज्य सरकार के साथ MoU में साइन किया

 

फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) कंपनी डाबर तमिलनाडु में 400 करोड़ रुपए निवेश करेगी। कंपनी ने विल्लुपुरम जिले में वर्ड क्लास मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए तमिलनाडु सरकार के साथ एक MoU (समझौते) पर साइन किया है।

 

तमिलनाडु के उद्योग मंत्री डॉ. टीआरबी राजा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर यह जानकारी दी। उन्होंने तमिलनाडु में डाबर का स्वागत करते हुए लिखा- डाबर के इस 400 करोड़ के निवेश से 250 से ज्यादा पैदा होंगी। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे आसपास के डेल्टा क्षेत्र के किसानों के लिए इस मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में प्रोसेज होने वाले कृषि उत्पाद को बेचने का नया अवसर खुलेगा।

उन्होंने कहा कि डाबर अपने होम केयर, पर्सनल केयर और जूस प्रोडक्ट के लिए पॉपुलर है। तमिलनाडु को चुनने का उनका निर्णय हमारे राज्य के संपन्न इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम और काम के लिए तैयार लेवर फोर्स की अवेलेबिलिटी का एक प्रमाण है।

एक साल में 12.25% चढ़ा डाबर का शेयर
डाबर के शेयर में आज 1.76% की तेजी देखने को मिल रही है, जो 645.50 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। पिछले 5 में इसके शेयर में 5.82%, एक महीने में 1.39% और 6 महीने में 19.18% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। वहीं, एक साल में डाबर के शेयर में 12.25% और इस साल अब तक 15.73% की तेजी देखने को मिली है।

डाबर का शेयर 1.76% की तेजी के साथ 645.50 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

डाबर का शेयर 1.76% की तेजी के साथ 645.50 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

140 साल पहले एक कमरे में दवा बनाने से शुरू हुई थी कंपनी
डाबर इंडिया लिमिटेड की शुरुआत 140 साल पहले 1884 में डॉक्टर एस. के. बर्मन ने की थी। शुरुआत में डॉ. बर्मन एक छोटे से घर में दवाएं बनाते थे और उसे उन लोगों तक पहुंचाते थे, जिन तक हेस्थ फैसिलिटिज की पहुंच नहीं थी।

समय के साथ इनकी दवाओं पर लोगों का भरोसा लगातार बढ़ता गया। डाबर च्यवनप्राश, डाबर हनी, डाबर पुदीन हारा और डाबर लाल तेल सहित पर्सनल केयर कैटेगरी में डाबर आंवला और डाबर रेड पेस्ट कंपनी के कुछ लोकप्रिय प्रोडक्ट हैं।

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