Tech Mahindra shares: टेक महिंद्रा के शेयरों में 21 अगस्त को गिरावट देखने को मिल रही है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने कंपनी के स्टॉक की रेटिंग को ‘आउटपरफॉर्म’ से डाउनग्रेड कर ‘होल्ड’ कर दिया है। वैल्यूएशन और टेलीकॉम सेक्टर में ग्रोथ की चिंताओं को लेकर ब्रोकरेज फर्म ने रेटिंग को डाउनग्रेड किया है।
CLSA ने कंपनी के लिए 1,670 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। इसका मतलब है कि कंपनी को अब भी 20 अगस्त के क्लोजिंग प्राइस से 2.5 पर्सेंट की बढ़ोतरी की उम्मीद है। जनवरी 2024 से टेक महिंद्रा का शेयर CLSA का टॉप पिक रहा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 21 अगस्त को 2 बजकर 53 मिनट पर कंपनी का शेयर 1.31 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1,607.20 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
बहरहाल, इस साल अब तक कंपनी ने 24.87 पर्सेंट रिटर्न दिया है, जो इस दौरान निफ्टी के आईटी इंडेक्स से ज्यादा है। संबंधित अवधि में निफ्टी आईटी इंडेक्स में 16 पर्सेंट की बढ़त रही। एनालिस्ट ने बताया कि मजबूत तेजी और बढ़े हुए वैल्यूएशन की वजह से टेक महिंद्रा के शेयरों को डाउनग्रेड किया गया
CLSA का यह भी कहना था कि ग्लोबल टेलीकॉम कंपनियों ने जून में कैलेंडर ईयर 2024 के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर गाइडेंस स्थिर रखा है और ऐतिहासिक तौर पर ग्लोबल कंपनियों के कैपिटल एक्सपेंडिचर और भारतीय आईटी कंपनियों के टेलीकॉम वर्टिकल की रेवेन्यू ग्रोथ में मिलता-जुलता पैटर्न रहा है।
ब्रोकरेज फर्म को टेलीकॉम वर्टिकल के लिए ग्रोथ हाई सिंगल डिजिट में रहने का अनुमान है। इस बीच, टेक महिंद्रा की समकक्ष कंपनियों ने टेलीकॉम वर्टिकल में बड़ी डील हासिल की है। विप्रो को 50 करोड़ डॉलर की डील मिली है, जबकि इंफोसिस का ऑस्ट्रेलियाई कंपनी टेलस्ट्रा के साथ सौदा हुआ है। टेक महिंद्रा के एमडी और सीईओ मोहित जोशी ने तिमाही नतीजों के ऐलान के बाद जुलाई में कहा था कि फर्म के टेलीकॉम बिजनेस सेगमेंट में सुधार हो रहा है, लेकिन इसमें रफ्तार की कमी है।
जून तिमाही में टेक महिंदार को 53.4 करोड़ की डील हासिल हुई, जो पिछली तीन तिमाहियों में सबसे ज्यादा है। पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी ने 35.9 करोड़ की डील हासिल की थी।