Titagarh Rail Share Price: विदेशी ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के शेयरों को ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि भारतीय रेलवे ने साल 2025 तक 90,000 वैगन को खरीदने की योजना बनाई है, जिसका टीटागढ़ रेल को लाभ मिल सकता है। मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि टीटागढ़ रेल, माल ढुलाई और पैसेंजर दोनों सेगमेंट में अपनी क्षमता बढाने पर फोकस कर रही है, जिससे उसे इन इन अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिलेगी। ब्रोकरेज ने इस शेयर के लिए 1,337 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। हालांकि टीटागढ़ रेल के शेयर पहले ही इस टारगेट प्राइस से काफी ऊपर कारोबार कर रहे हैं।
NSE पर सुबह 11.30 बजे के करीब, टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के शेयर 2.15 फीसदी की गिरावट के साथ 1,443.35 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस साल की शुरुआत से अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 38 फीसदी की तेजी आई है। वहीं पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों को कररीब 110 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। इसके मुकाबले निफ्टी इंडेक्स पिछले एक साल में महज 25 फीसदी चढ़ा है।
कंपनी रेलवे कोच के लिए फोर्ज्ड व्हील्स और सब-कंपोनेंट्स को बनाने के साथ बैकवर्ड इंटीग्रेशन पर भी फोकस कर रही है। इसके अलावा, यह विदेशों में एक्सपोर्ट्स को ध्यान में रखकर अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं का भी विस्तार कर रही है
इसके अलावा टीटागढ़ रेल के शेयर आज से एक्स-डिविडेंड के तौर पर कारोबार करने के चलते भी फोकस में हैं। कंपनी ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए शेयरधारकों को प्रति शेयर 0.80 पैसे के डिविडेंड का ऐलान किया था। इसके लिए 20 अगस्त रिकॉर्ड डेट तय की गई थी। कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया था कि डिविडेंड के फैसले पर शेयरधारकों से अंतिम मंजूरी लिया जाना बाकी है। यह मंजूरी आगामी 27 अगस्त को कंपनी सालाना जनरल मीटिंग (AGM) में ली जाएगी।
नुवामा ने दिया 1,988 रुपये का टारगेट प्राइस
घरेलू ब्रोकरेज फर्म नुवामा (Nuvama) ने टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के शेयर को 1,988 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘Buy’ रेटिंग दी है। कंपनी वैगन सेगमेंट में अच्छी तरह से स्थापित है और अपने करीब दो दशक के सफर में इसने कारोबार को लगातार बढ़ाया है। ब्रोकरेज ने कहा कि पिछले कुछ सालों में वैगन के कम ऑर्डर ने कंपनी को नुकसान पहुंचाया है, लेकिन DFC के चालू होने के बाद कस्टम-मेड वैगनों की बढ़ती मांग से कंपनी को लाभ मिलने की उम्मीद है।