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IRCTC का जून तिमाही में अच्छा प्रदर्शन, क्या इसके शेयरों में आपको निवेश करना चाहिए?

डोमेस्टिक ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री में आईआरसीटीसी की पॉजिशन बहुत मजबूत है। रेलवे टिकट, कैटरिंग और पैकेज्ड वाटर बिजनेस में कंपनी का एकाधिकार है। यह एफोर्डेबल टूरिज्म पैकेज भी ऑफर करती है। हालांकि, कंपनी की वॉल्यूम ग्रोथ 15-16 फीसदी से ज्यादा रहने की उम्मीद नहीं है। इंटरनेट टिकटिंग में मार्जिन ज्यादा है, लेकिन यह करीब उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। मार्जिन बढ़ाने वाले फैक्टर्स दिख नहीं रहे। कंपनी ने अर्निंग्स ग्रोथ 15-16 फीसदी रहने की उम्मीद जताई है। ऐसे में अगर आईआरसीटीसी के शेयरों में करेक्शन आता है तो यह खरीदारी का मौका होगा।

जून तिमाही में IRCTC की रेवेन्यू ग्रोथ साल दर साल आधार पर अच्छी रही। इनमें कैटरिंग और रेल नीर (पैकेज्ड ड्रिकिंग वाटर) का हाथ रहा। इंटरनेट टिकटिंग का प्रदर्शन भी ठीक था। इंटरनेट टिकटिंग की वॉल्यूम ग्रोथ साल दर साल आधार पर 13 फीसदी रही। हालांकि, प्रति टिकट रियलाइजेशन स्थिर रहा। इंटरनेट टिकटिंग कंपनी के लिए सबसे ज्यादा मार्जिन वाला बिजनेस रहा है। यह करीब उच्चतम स्तर (84 फीसदी) तक पहुंच गया है। दूसरे बिजनेस में वॉल्यूम ग्रोथ ज्यादा रहने की उम्मीद नहीं है। इसलिए आगे मार्जिन बढ़ने की ज्यादा संभावना नहीं दिख रही।

आईआरसीटीसी को मीडियम टर्म में 475 वंदे भारत ट्रेनों के शुरू होने से मदद मिल सकती है। ये ट्रेनें अगले तीन साल में लॉन्च होने वाली हैं। इससे आईआरसीटीसी की कैटरिंग सेवाओं को मजबूती मिलेगी। रेल नीर की सेल्स भी बढ़ेगी। मैनेजमेंट का मानना है कि नॉन-कनवेनिएंस फीस (non-convenience fee) से इंटरनेट टिकटिंग बिजनेस को मजबूती मिल सकती है।

 

जब तक पैसेंजर ट्रेनों की क्षमता ज्यादा नहीं बढ़ती है आईआरसीटीसी के सभी बिजनेसेज की ऑर्गेटनिक ग्रोथ सामान्य रह सकती है। आईआरसीटीसी का मानना है कि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर शुरू होने से रेल लाइनों पर लोड कम हो जाएगा। इससे पैसेंजर ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। इस बात में कोई संदेह नहीं कि IRCTC लंबी अवधि की ग्रोथ के लिए तैयार है। बिजनेस में इसके एकाधिकार को भी किसी तरह का चैलेंज नहीं है। पहले कंपनी की अर्निंग्स में अच्छी वृद्धि इसलिए दिखी थी कि कंपनी को इंटरनेट टिकटिंग कनवेनिएंस फीस में रेलवे को हिस्सा नहीं देना पड़ता था। अब ऐसा नहीं है। हालांकि, रेलवे के साथ रेवेन्यू शेयरिंग में बदलाव से इनकार नहीं किया जा सकता।

FY24 से FY26 के दौरान आईआरसीटीसी की अर्निंग्स की CAGR 17 फीसदी रह सकती है। अभी इसका प्राइस-टू-अर्निंग्स ग्रोथ 2.9 गुना है। कंपनी के करेंट वैल्यूएशन पर आईआरसीटीसी के शेयरों की रिरेटिंग की उम्मीद नहीं है। इसलिए इस स्टॉक में गिरावट आने पर खरीदारी की जा सकती है।

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