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Mutual Fund: SIP से निकासी नई ऊंचाई पर, एनालिस्ट ने बताया निवेशकों ने क्यों की मुनाफावसूली

जुलाई में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) खातों से निवेश निकासी 14,367 करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गई। इससे संकेत मिलता है कि बाजार में लगातार दो माह तक हुई बढ़ोतरी के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली की। बजट घोषणाओं के बाद बाजारों में हुए उतारचढ़ाव ने भी निवेशकों के मनोबल पर असर डाला।

आनंद राठी वेल्थ के डिप्टी सीईओ फिरोज अजीज ने कहा कि जुलाई 2024 में निफ्टी सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा। इससे वे निवेशक मुनाफावसूली के लिए प्रोत्साहित हुए जो अपनी लक्ष्य अवधि के करीब थे। एसआईपी के जरिये संग्रहित फंडों से ज्यादा निकासी की एक वजह यह भी हो सकती है।

जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ निवेश रणनीतिकार श्रीराम बीकेआर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से जो एसआईपी के जरिये निवेश कर रहे हैं उन्होंने बढ़िया रिटर्न अर्जित किया है। रिटर्न से संतुष्ट और आगे और तेजी की उम्मीद न करने वाले निवेशकों ने शायद मुनाफावसूली की होगी और एसआईपी भी बंद कर दी होगी।

उद्योग के अधिकारियों ने कहा कि इसका एक हिस्सा न्यू फंड ऑफरों में गया हो सकता है जो पिछले महीने खुले थे। पिछले कुछ महीनों से एसआईपी से निवेश निकासी बढ़ रही है और यह सकल निवेश में हो रही वृद्धि से ज्यादा रही है। नतीजे में सकल एसआईपी निवेश नई ऊंचाई पर पहुंच रहा है जबकि शुद्ध निवेश सीमित दायरे में है।

जुलाई में शुद्ध एसआईपी निवेश 8,964 करोड़ रुपये रहा। सकल एसआईपी निवेश 23,332 करोड़ रुपये रहा था। शुद्ध निवेश सकल निवेश का महज 38 फीसदी था जो दिसंबर 2023 के बाद का निचला स्तर है।

जुलाई के एसआईपी आंकड़े उस रुझान को बरकरार रख रहे हैं जो 2024 के पहले छह महीने में देखा गया। 2024 के पहले छह महीने में सकल निवेश 1.2 लाख करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल की इसी अवधि में आए निवेश से 41 फीसदी ज्यादा है। हालांकि शुद्ध एसआईपी निवेश इस अवधि में महज 25 फीसदी की वृद्धि के साथ 52,016 करोड़ रुपये रहा।

विशेषज्ञों के मुताबिक सकल निवेश निकासी ने कुछ जोर पकड़ा है लेकिन म्युचुअल फंडों और इक्विटी बाजार पर निवेशकों का भरोसा ऊंचा बना हुआ है। अजीज ने कहा कि एसआईपी निवेश पिछले 12 महीने से लगातार उच्च स्तर पर पहुंचता रहा है, जो बाजार में निवेशकों के मजबूत भरोसे का संकेत है जिसमें निवेश का तरजीही जरिया इक्विटी है। नए एसआईपी खातों का पंजीकरण भी लगातार बढ़ रहा है। जुलाई में 72 लाख नए एसआईपी खाते खुले।

शुद्ध एसआईपी निवेश भले ही सुस्त रहा हो लेकिन इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं में शुद्ध निवेश हाल के महीनों में नई ऊंचाई बनाता रहा है। इसकी वजह एनएफओ से मजबूत संग्रह और एकमुश्त निवेश है। उद्योग के अधिकारियों के मुताबिक एसआईपी खाते से हुई निवेश निकासी का एक हिस्सा शायद एनएफओ में गया होगा।

जून में एक्टिव इक्विटी में नई पेशकश से 14,370 करोड़ रुपये जुटाए गए। यह किसी कैलेंडर महीने का सर्वोच्च आंकड़ा है। पिछले महीने एनएफओ से 13,735 करोड़ रुपये संग्रहित हुए।

साल 2024 के पहले छह महीने में म्युचुअल फंडों ने 30 एक्टिव इक्विटी योजनाएं पेश कीं जो साल 2023 की पूरी अवधि में 51 थीं। साथ ही 2024 में एक्विट इक्विटी योजनाओं के जरिये एनएफओ संग्रह ने 2023 के कुल आंकड़ों को पीछे छोड़ दिया और इक्विटी एनएफओ ने जून में 37,885 करोड़ रुपये संग्रहित किए जो पिछले साल 36,657 करोड़ रुपये रहा था। साल 2022 में 27 एनएफओ के जरिये 29,586 करोड़ रुपये संग्रहित किए गए थे।

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