Bajaj Housing Finance IPO: बजाज हाउसिंग फाइनेंस का आईपीओ इस साल सितंबर में आ सकता है। कंपनी इसके लिए 56,000 करोड़ 59,000 करोड़ रुपये के बीच की पोस्ट-मनी वैल्यूएशन का लक्ष्य लेकर चल रही है। यह जानकारी मनीकंट्रोल को मामले की जानकारी रखने वाले उद्योग अधिकारियों से मिली है। बजाज समूह वर्षों बाद अपनी किसी कंपनी का आईपीओ लेकर आ रहा है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस, मार्केट में लिस्टेड बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) के पूर्ण मालिकाना हक वाली कंपनी है।
एक सोर्स का कहना है कि पब्लिक इश्यू सितंबर के पहले 15 दिनों में आ सकता है। हालांकि समयसीमा अभी तक तय नहीं की गई है। इस साल जून में बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने 7,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए थे। आईपीओ के तहत 4,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करने और 3,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल रहने की बात कही गई है। कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अगस्त महीने की शुरुआत में आईपीओ को अपनी मंजूरी दे दी।
एक दूसरे सोर्स ने मनीकंट्रोल को बताया कि इस इस आईपीओ का साइज कम होकर 6,300 करोड़ रुपये से 6,600 करोड़ रुपये के बीच रह सकता है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस एक अपर लेयर NBFC
आरबीआई ने बजाज हाउसिंग फाइनेंस को अपर लेयर एनबीएफसी के तौर पर कैटेगराइज किया हुआ है। आरबीआई के नियमों के मुताबिक एक अपर लेयर एनबीएफसी के लिए, नोटिफाई होने के 3 साल के अंदर शेयर मार्केट में लिस्ट होना अनिवार्य है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस के लिए यह डेडलाइन सितंबर 2025 है।
आरबीआई ने कंपनी को 30 सितंबर, 2022 को अपर लेयर एनबीएफसी के तौर पर नोटिफाई किया था।
91,370 करोड़ रुपये का AUM
बजाज हाउसिंग फाइनेंस एक डायवर्सिफाइड NBFC है। इसकी वेबसाइट के मुताबिक, यह देशभर में 7.65 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करती है। यह व्यक्तियों के साथ-साथ कॉरपोरेट एंटिटीज को घर या कमर्शियल स्पेस की खरीद और रिनोवेशन के लिए फाइनेंस की पेशकश करती है। वित्त वर्ष 2024 में बजाज हाउसिंग फाइनेंस के एसेट्स अंड मैनेजमेंट का आंकड़ा 91,370 करोड़ रुपये था। कंपनी अपने आईपीओ में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाली आय का इस्तेमाल कैपिटल बेस को बढ़ाने के लिए भी करेगी।