Paras Defence Shares: पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज के शेयरों में आज 16 अगस्त को 5% की तेजी आई और स्टॉक ने 1,208.35 रुपये प्रति शेयर की अपनी अपर सर्किट सीमा को छू लिया। कंपनी को 305 करोड़ रुपये का एक बड़ा ऑर्डर मिला है, जिसके बाद आज इसके शेयरों में यह तेजी आई। कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया कि यह ऑर्डर उसकी सहयोगी कंपनी ‘कंट्रोप-पारस टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड’ को लार्सन एंड टुब्रो (L&T) से मिला है। पारस डिफेंस के शेयरों में इस साल अबतक 60 फीसदी की तेजी आ चुकी है, जो निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन है। निफ्टी इंडेक्स इस दौरान महज 12 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों में करीब 13.40 फीसदी की गिरावट आई है।
पारस डिफेंस ने बताया कि उसकी एसोसिएट कंपनी कंट्रोप-पारस टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (L&T Ltd) से करीब 305 करोड रुपये का एक आर्डर मिला है। इस ऑर्डर के तहत कंपनी को साइट-25 एचडी ईओ (इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स) की 244 यूनिट्स का निर्माण और सप्लाई करना है।
साथ ही इसमें एक्सटेंडेड वारंटी चार्ज और इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स सपोर्ट्स पैकेज भी शामिल है। कंपनी को इस प्रोजेक्ट को 47 महीना में पूरा करना है। ‘साइट-25 HD EO सिस्टम’ से L&T की क्लोज-इन वेपन सिस्टम (CIWS) कार्यक्रम की क्षमताओं में बढ़ोतरी की उम्मीद है, जो नौसेना की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
पारस डिफेंस ने बीते 5 अगस्त को अपनी जून तिमाही के नतीजे जारी किए थे। कंपनी ने बताया कि जून तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 147 फीसदी बढ़कर 14.9 रुपये रहा। वहीं इसका रेवेन्यू इस दौरान 73 फीसदी बढ़कर 83.6 फीसदी रहा है। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा और रेवेन्यू क्रमश: 6 करोड़ रुपये और 48.3 करोड़ रुपये रहा था।
पारस डिफेंस एक प्राइवेट सेक्टर की कंपनी है। यह कंपनी डिफेंस और स्पेस इंजीनियरिंग से जुड़े उत्पादों और सॉल्यूशंस को बनाने पर फोकस करती है। कंपनी मुख्य रूप से 4 सेगमेंट में कारोबार करती है। इसमें डिफेंस एंड स्पेस ऑप्टिक्स, डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स, हैवी इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रोमैगनेटिक पल्स प्रोटेक्शन सॉल्यूशंस शामिल हैं।