IPO News: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद, पॉजिट्रॉन एनर्जी (Positron Energy) और सनलाइट रिसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज (Sunlite Recycling Industries) के इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) ने निवेशकों के बीच धूम मचा दी। ये दोनों आईपीओ बुधवार 14 अगस्त को बंद हुए। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, पॉजिट्रॉन एनर्जी का आईपीओ 385.88 गुना सब्सक्राइब हुआ और निवेशकों ने कंपनी के 14.65 लाख शेयरों के बदले 56.43 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई। पॉजिट्रॉन एनर्जी, ऑयल एंड गैस इंडस्ट्री को मैनेजमेंट और टेक्निकल एडवाइजरी सर्विसेज मुहैया कराती है। कंपनी का आईपीओ 12 अगस्त को बोली के लिए खुला था और इसके लिए प्राइस बैंड 238 से 250 रुपये तय किया गया था।
यह आईपीओ पूरी तरह से फ्रेश शेयरों का था, जिसके तहत कुल 20.48 लाख शेयरों को बिक्री के लिए रखा गया था। कंपनी ने प्राइस बैंड की ऊपरी सीमा पर इस IPO से 51.21 करोड़ रुपये जुटाए। कंपनी को सबसे अधिक बोली नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के कैटेगरी में मिली, जिन्होंने अपने लिए आरक्षित शेयरों को करीब 807.1 गुना अधिक सब्सक्राइब किया। वहीं रिटेल निवेशकों ने अपने हिस्से के शेयरों को 352.19 गुना अधिक सब्सक्राइब किया, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) की कैटेगरी में कंपनी को 230.87 गुना अधिक बोली मिली।
पॉजिट्रॉन एनर्जी, गुजरात की कंपनी है और पूरे भारत में इंडस्ट्रीज को गैस डिस्ट्रीब्यूशन से जुड़े एंड-टू-एंड सॉल्यूशंस मुहैया करती है। कंपनी ने बताया कि वह आईपीओ से मिली राशि का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।
इस बीच, सनलाइट रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज के आईपीओ को 262.14 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला। कंपनी ने आईपीओ के जरिए 20.61 लाख शेयरों को बिक्री के लिए रखा था, जिसके बदले में उसे 54.04 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। यह भी गुजरात की कंपनी है, जिसके प्रमोटर प्रहलादराय रामदयाल हेडा हैं। यह कंपनी तांबे की छड़ें, तार, बार और पट्टियां बनाती है।
कंपनी का आईपीओ पूरी तरह से फ्रेश शेयरों का था और इसके लिए प्राइस बैंड 100-105 रुपये तय किया गया था। कंपनी ने प्राइस बैंड की ऊपरी सीमा पर इस IPO से 30.24 करोड़ रुपये जुटाए।
सनलाइट रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज के आईपीओ को सबसे अधिक बोली नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) से मिली, जिन्होंने अपने लिए आरक्षित हिस्से को करीब 585.5 गुना सब्सक्राइब किया। वहीं रिटेल निवेशकों ने अपने कोटे को 252.1 गुना अधिक सब्सक्राइब किया और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के कोटे में 108.8 गुना अधिक सब्सक्राइब किया गया।
कंपनी ने बताया कि वह आईपीओ से मिली राशि का इस्तेमाल नए प्लांट और मशीनरी लगाने, कर्ज चुकाने और दूसरे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। दोनों कंपनियां 16 अगस्त तक अपने शेयरों का अलॉटमेंट करेंगी और 19 अगस्त तक सफल निवेशकों के डीमैट खाते में जमा कर दिए जाएंगे। पॉजिट्रॉन एनर्जी और सनलाइट रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज के शेयरों की ट्रेडिंग ‘NSE इमर्ज’ प्लेटफॉर्म पर 20 अगस्त से शुरू होगी।