Spicejet airline result: प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन स्पाइसजेट ने जून तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 20% गिरकर 159 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की अवधि में कंपनी का प्रॉफिट 197.58 करोड़ रुपये था। तिमाही के दौरान परिचालन से एयरलाइन के राजस्व में भी गिरावट आई और पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,917.43 करोड़ रुपये से 14.15 प्रतिशत घटकर 1,646.21 करोड़ रुपये हो गया।
एबिटा से पहले स्पाइसजेट की कमाई
एबिटा से पहले स्पाइसजेट की जून तिमाही की आय 401 करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 525 करोड़ रुपये थी। ब्याज, कर, मूल्यह्रास, परिशोधन और किराया (EBITDAR) से पहले की कमाई भी अप्रैल-जून तिमाही के लिए 650 करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में EBITDAR प्रॉफिट 645 करोड़ रुपये था।
3000 करोड़ फंड जंटा रही कंपनी
एयरलाइन ने कहा- अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और अपनी विकास योजनाओं का समर्थन करने के लिए एक बड़े कदम में स्पाइसजेट ने पहले ही योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के माध्यम से 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके सितंबर 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। फंड का यह ताजा निवेश एयरलाइन को अपने बेड़े का विस्तार करने के लिए है।
स्पाइसजेट के एमडी अजय सिंह ने कहा कि क्यूआईपी के माध्यम से आगामी 3,000 करोड़ रुपये का फंड हमारी वित्तीय नींव को मजबूत करने और स्पाइसजेट को निरंतर सफलता के लिए तैयार करने में सहायक होगा। हम अपने बिजनेस मॉडल के लचीलेपन में विश्वास करते हैं।
स्पाइसजेट के शेयर का हाल
जून तिमाही नतीजों की घोषणा बुधवार को बाजार बंद होने के बाद की गई। इससे पहले दिन में स्पाइसजेट के शेयर 2.50 प्रतिशत गिरकर 55.03 रुपये पर बंद हुए। बता दें कि स्पाइसजेट के शेयर, बीएसई और एनएसई ने स्पाइसजेट की सिक्योरिटीज को लॉन्ग टर्म एएसएम (अतिरिक्त निगरानी उपाय) ढांचे के तहत रखा है। निवेशकों को शेयर की कीमतों में अस्थिरता के बारे में सावधान करने के लिए एक्सचेंज शेयरों को शॉर्ट या लॉन्ग टर्म एएसएम कैटेगरी में डालते हैं।