ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन यानी ONGC लिमिटेड का वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में मुनाफा 9,936 करोड़ रुपए रहा है। सालाना आधार पर इसमें 32% की कमी हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 14,644 करोड़ रुपए रहा था।
अप्रैल-जून तिमाही में ONGC का कंसॉलिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू (आय) सालाना 1,66,577 करोड़ रुपए (1.67 लाख करोड़ रुपए) रहा। सालाना आधार पर इसमें भी 1.68% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही (अप्रैल-जून 2023) में कंपनी ने 1,63,824 करोड़ रुपए (1.64 लाख करोड़ रुपए) की कमाई की थी।
पहली तिमाही में ONGC का मुनाफा 32% कम हुआ
सालाना आधार पर
ONGC | FY25 (अप्रैल-जून) | FY24 (अप्रैल-जून) | चेंज (%) |
ऑपरेशनल रेवेन्यू | ₹1,66,577 | ₹1,63,824 | 1.68% |
अदर इनकम | ₹2,986 | ₹2,544 | 17.37% |
टोटल इनकम | ₹1,69,562 | ₹1,66,367 | 1.92% |
टोटल खर्च | ₹1,55,796 | ₹1,42,471 | 9.35% |
नेट प्रॉफिट | ₹9,936 | ₹14,644 | -32.15% |
नोट – आंकड़े करोड़ रुपए में…
तिमाही आधार पर
ONGC | FY25 (अप्रैल-जून) | FY24 (जनवरी-मार्च) | चेंज (%) |
ऑपरेशनल रेवेन्यू | ₹1,66,577 | ₹1,66,771 | -0.12% |
अदर इनकम | ₹2,986 | ₹3,105 | -3.83% |
टोटल इनकम | ₹1,69,562 | ₹1,69,875 | -0.18% |
टोटल खर्च | ₹1,55,796 | ₹1,54,091 | 1.11% |
नेट प्रॉफिट | ₹9,936 | ₹10,107 | -1.69% |
नोट – आंकड़े करोड़ रुपए में…
क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड?
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
यहां, ONGC की 6 सब्सिडियरी, 6 जॉइंट वेंचर और 3 एसोसिएट हैं। इन सभी के फाइनेंशियल रिपोर्ट को मिलाकर कॉन्सोलिडेटेड कहा जाएगा। वहीं, ONGC के अलग रिजल्ट को स्टैंडअलोन कहा जाएगा।
ONGC के शेयर ने एक साल में दिया 78.66% रिटर्न
पहली तिमाही के नतीजों के बाद ONGC का शेयर आज यानी सोमवार 5 अगस्त को 6.39% गिरावट के बाद 309 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर ने 7.22%, 6 महीने में 17.51% और एक साल में 78.66% का रिटर्न दिया है। इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक ONGC का शेयर 50.47% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट कैप 3.90 लाख करोड़ रुपए है।
ONGC का शेयर आज यानी सोमवार 5 अगस्त को 6.39% गिरावट के बाद 309 रुपए के स्तर पर बंद हुआ।
ONGC का भारतीय घरेलू उत्पादन में लगभग 71% का योगदान
महारत्न ONGC क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस की भारत की सबसे बड़ी कंपनी है। यह भारत के डोमेस्टिक प्रोडक्शन में लगभग 71% का योगदान करती है। ONGC इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), BPCL, HPCL और MRPL कंपनियों में रॉ-मटेरियल के तौर पर इस्तेमाल होने वाले क्रूड ऑयल का उत्पादन करती है। ये कंपनियां पेट्रोल, डीजल, केरोसिन, नेफ्था और कुकिंग गैस एलपीजी जैसे पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स बनाती हैं।
ONGC की स्थापना 1960 के दशक में हुई थी। 1955 में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के तहत ऑयल एंड गैस डिविजन के रूप में ओएनजीसी की नींव रखी गई थी। कुछ महीने बाद, इसे ऑयल और नेचुरल गैस डायरेक्टरेट में बदल दिया गया। 14 अगस्त 1956 को डायरेक्टरेट को कमीशन में बदल दिया गया और इसका नाम ऑयल एंड नेचुरल गैस कमीशन रखा गया।
1994 में,ऑयल एंड नेचुरल गैस कमीशन को एक कॉर्पोरेशन में परिवर्तित कर दिया गया, और 1997 में इसे भारत सरकार ने नवरत्नों में से एक के रूप में मान्यता दी। इसके बाद, वर्ष 2010 में इसे महारत्न का दर्जा दिया गया।