Stock Market Crash: शेयर बाजार में आज 5 अगस्त को भारी गिरावट देखी गई। हालांकि इस गिरावट के दौरान भी फार्मा और कंज्यूमर गुड्स कंपनियों के शेयर लाभ में रहे। अमेरिकी इकोनॉमी में मंदी की आशंका और ग्लोबल शेयर बाजारों में मची उथल-पुथल के चलते निवेशक इस समय निवेश के लिए सुरक्षित ठिकाना खोज रहे हैं। ऐसे में उनका रुख अब FMCG और फार्मा कंपनियों की ओर हो गया है। स्टॉक मार्केट के पिछले एक महीने के प्रदर्शन से भी इस बात का साफ पता चलता है। निफ्टी इंडेक्स में पिछले 1 महीने के दौरान 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। हालांकि इसी दौरान निफ्टी FMCG और निफ्टी फार्मा इंडेक्स में क्रमशः 7 प्रतिशत और 6 प्रतिशत की तेजी आई है।
आज 5 अगस्त के कारोबार में भी, निफ्टी पर सिर्फ फार्मा और FMCG इंडेक्स भी हरे निशान में कारोबार करते दिखे। बाकी सभी इंडेक्स लाल निशान में थे। ग्रामीण इलाकों में मांग की रिकवरी के संकेत दिखे हैं, जिससे FMCG स्टॉक्स की खरीदारी दिख रही है। वहीं अमेरिका में कई नई दवाओं की लॉन्चिंग और घरेलू मार्केट में मजबूत ग्रोथ के चलते फार्मा स्टॉक्स को लेकर भी सेंटीमेंट मजबूत बना हुआ है।
इसके अलावा इन कंपनियों के जून तिमाही के नतीजे भी इनमें आगे मोमेंटम के बने रहने का संकेत दे रहे हैं। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने कहा कि कंज्यूमर कंपनियों के अब तक के नतीजे उम्मीदों के मुताबिक रहे हैं। साथ ही ये कंज्म्पशन के बेहतर होने का भी संकेत दे रहे हैं।
ब्रोकरेज फर्म ने कहा, “स्टेपल सेक्टर में मांग लगातार बढ़ रही है, ग्रामीण मार्केट में ग्रोथ के संकेत हैं।” ब्रोकरेज ने कहा कि वह कंज्म्शन थीम वाले स्टॉक्स पर ‘ओवरवेट’ बना हुआ है। फार्मा कंपनियों के भी जून तिमाही के नतीजे अब तक अच्छे रहे हैं। डॉ. रेड्डीज और सन फार्मा जैसे प्रमुख कंपनियों ने उम्मीदों से बेहतर नतीजे जारी किए हैं।
वाजिब वैल्यूएशन
साल 2024 में शेयर बाजारों में भारी तेजी आई। हालांकि FMCG और फार्मा शेयरों ने इस तेजी में भाग नहीं लिया था। अब जब मार्केट एक्सपर्ट्स मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में ऊंचे वैल्यूएशन से जुड़ी चिंता जता रहे हैं, तब FMCG और फार्मा स्टॉक्स अपने सस्ते वैल्यूएशन के चलते निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। HDFC सिक्योरिटीज में इंस्टीट्यूशनल इक्विटी के हेड, उमेश शर्मा का मानना है कि निवेशकों को वाजिब वैल्यूएशन वाले लार्जकैप और FMCG व फार्मा जैसे डिफेंसिव माने जाने वाले सेक्टर्स की ओर देखना चाहिए। मार्केट के स्थिर होने के बाद इनमें खरीदारी की जा सकती है।