ऑटोमोबाईल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 2,613 करोड़ रुपए का मुनाफा (स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट) दर्ज किया है। सालाना आधार पर (YoY) इसमें 5.29% की कमी आई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 2,759 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने संचालन के जरिए 27,039 करोड़ रुपए की कमाई (रेवेन्यू) की। सालाना आधार पर कंपनी का रेवेन्यू 12% बढ़ा है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 24,137 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। महिंद्रा ने आज (बुधवार, 31 जुलाई) पहली तिमाही के नतीजे जारी किए हैं।
स्टैंडअलोन का मतलब- एक यूनिट का प्रदर्शन
स्टैंडअलोन फाइनेंशियल स्टेटमेंट (रिजल्ट) किसी इंडिविजु्अल कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, स्थिति और कैश फ्लो को बाताता है। इसमें उसके सहायक कंपनियों के नतीजे शामिल नहीं होते हैं। कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड।
नतीजों के बाद महिंद्रा के शेयर में गिरावट
नतीजों के बाद महिंद्रा का शेयर आज (बुधवार, 31 जुलाई) 0.45% गिरावट के बाद 2,909 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी के शेयर ने पिछले 5 दिन में 4.36%, एक महीने में 1.15%, 6 महीने में 76.14% और एक साल में 97.19% का रिटर्न दिया है। महिंद्रा का शेयर इस साल यानी 1 जनवरी 2024 से अब तक 70.79% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट-कैप 3.49 लाख करोड़ रुपए है।
नतीजों के बाद महिंद्रा का शेयर आज (बुधवार, 31 जुलाई) 0.45% गिरावट के बाद 2,909 रुपए के स्तर पर बंद हुआ।
‘महिंद्रा एंड मोहम्मद’ के रूप में हुई थी शुरुआत
महिंद्रा एंड महिंद्रा उत्पादन के मामले में भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक है। इसकी स्थापना 1945 में महिंद्रा एंड मोहम्मद के रूप में हुई थी, जिसका नाम बदलकर बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा कर दिया गया।
महिंद्रा की ट्रैक्टर यूनिट वॉल्यूम के हिसाब से दुनिया में सबसे बड़ा ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरर है। देश के व्हीकल मार्केट में मारुति सुजुकी इंडिया और टाटा मोटर्स इसके सबसे बड़े कॉम्पिटिटर हैं।
महिंद्रा की शुरुआत कैलाश चंद्र महिंद्रा और जगदीश चंद्र महिंद्रा ने मलिक गुलाम मुहम्मद के साथ मिलकर की थी। अभी जगदीश चंद्र महिंद्रा के पोते आनंद महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष हैं।