FirstCry की पेरेंट कंपनी ब्रेनबीज सॉल्यूशंस लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO 6 अगस्त को ओपन होगा। निवेशक 8 अगस्त तक IPO के लिए बिडिंग कर सकेंगे। 13 अगस्त को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी के शेयर लिस्ट होंगे।
अभी तक कंपनी ने यह जानकारी नहीं दी है कि वह इस इश्यू के जरिए कितने रुपए जुटाना चाहती है। रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेनबीज सॉल्यूशंस IPO के जरिए ₹1,821.44 करोड़ जुटा सकती है। इसके लिए कंपनी ₹1,816 करोड़ के फ्रेश शेयर इश्यू करेगी। साथ ही कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए 5.44 करोड़ शेयर बेचेंगे।
मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं निवेशक?
कंपनी ने अभी तक IPO का इश्यू प्राइस जारी नहीं किया है। जल्द ही ब्रेनबीज सॉल्यूशंस IPO का इश्यू प्राइस तय करेगी, जिसके बाद मिनिमम और मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट अमाउंट के बारे में पता चल सकेगा।
इश्यू का 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व होगा
ब्रेनबीज सॉल्यूशंस लिमिटेड के इश्यू का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व है। इसके अलावा करीब 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है।
फर्स्टक्राई में सॉफ्टबैंक की 25.5% हिस्सेदारी
फर्स्टक्राई के सबसे बड़े शेयरहोल्डर सॉफ्टबैंक के पास फर्म में 25.5% हिस्सेदारी है। वहीं M&M के पास 10.98% स्टेक्स हैं। रिपोर्ट के अनुसार, IPO के जरिए सॉफ्टबैंक की यूनिट SVF फ्रॉग कंपनी के 2.03 करोड़ शेयर बेचेगी। M&M भी इस इश्यू के जरिए ब्रेनबीज सॉल्यूशंस में अपनी 0.58% हिस्सेदारी या 28 लाख शेयर बेचेगी। प्रेमजी इन्वेस्ट OFS के दौरान 86 लाख शेयर बेचेगी।
फर्स्टक्राई का भारत में 936 स्टोर्स का नेटवर्क
फर्स्टक्राई ने 7 महीने पहले बताया था कि वह IPO से प्राप्त फंड का यूज भारत और सऊदी अरब में अपने स्टोर्स की संख्या बढ़ाने और मौजूदा भारतीय स्टोर्स के लीज पेमेंट्स को क्लियर करने के लिए करेगी। कंपनी का भारत में 936 स्टोर्स का नेटवर्क है, लेकिन उसने सऊदी अरब में अपने स्टोर्स की संख्या का खुलासा अब तक नहीं किया था।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।