ओला इलेक्ट्रिक के फाउंडर और CEO भाविश अग्रवाल।
डिजिटल मैपिंग सर्विस कंपनी ‘मैप माय इंडिया’ ने ओला इलेक्ट्रिक पर कथित तौर पर उसका डेटा चुराने और ओला मैप्स बनाने के लिए लाइसेंस एग्रीमेंट का उल्लंघन करने का मुकदमा दर्ज किया है। इस बात की जानकारी फोर्ब्स इंडिया ने दी है।
रिपोर्ट के अनुसार, मैप माय इंडिया की पेरेंट कंपनी CE इंफो सिस्टम्स ने कहा है कि ओला इलेक्ट्रिक ने लाइसेंस से मिले प्रोडक्ट्स को रिवर्स इंजीनियरिंग करके कंपनी के डेटा को कॉपी किया है। जून 2021 में ओला इलेक्ट्रिक ने CE इंफो सिस्टम्स के साथ उसके डेटा के इस्तेमाल के लिए समझौता था।
क्लाइंट्स के डेटा चुराने का आरोप
CE इंफो ने दावा किया है कि कंपनी ने ओला मैप्स बनाने के लिए हमारे क्लाइंट के API (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) और SDK (सॉफ्टवेयर डेवेलपमेंट कीट) को कॉपी किया है। ओल ने हमारे क्लाइंट्स का डेटा अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया है।
ओला ने लॉन्च किया है अपना मैप
इस महीने, राइड एग्रीगेटर ओला ने ओला मैप्स को लॉन्च किया, यह ओला फ्लीट के रियलटाइम डेटा और ओपन-सोर्स गवर्नमेंट डेटा रिपॉजिटरी, ओपनस्ट्रीटमैप्स सहित अन्य ओपन डेटा का उपयोग करके बनाया गया। कंपनी ने बताया कि उसने अब गूगल मैप्स का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया है।
ओला इलेक्ट्रिक के फाउंडर और CEO भाविश अग्रावल ने ओला मैप का एक स्क्रीशॉट शेयर कर इसके लॉन्च की जानकारी दी थी।
4 महीने पहले माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर से पार्टनरशिप तोड़ी थी
करीब 4 महीने पहले ओला ग्रुप की कंपनियों ने माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर के साथ पार्टनरशिप तोड़ने का ऐलान किया था। इसके बाद अपना पूरा काम इन-हाउस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) फर्म कृत्रिम पर ट्रांसफर कर दिया था।
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ओला कैब्स में गूगल मैप्स का इस्तेमाल बंद: कंपनी अब खुद के बनाए ओला मैप्स का यूज करेगी, इससे सालाना ₹100 करोड़ बचेंगे
ऑनलाइन कैब सर्विसेज प्रोवाइड करने वाली कंपनी ओला कैब्स ने अब अपने बिजनेस में गूगल मैप्स का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया है। कंपनी अब गूगल मैप्स की जगह अपने खुद के बनाए ओला मैप्स का यूज करेगी।
ओला कैब्स के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) भाविश अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर कर इस बात की जानकारी दी है।