आज से वायदा बाजार में एक नए खिलाड़ी की एंट्री हो गई है। NSE ने Nifty Next 50 वायदा कॉन्ट्रैक्ट लॉन्च कर दिया है। इसमें ट्रेडिंग को बढ़ावा देने के लिए NSE ने 31 अक्टूबर तक के लिए ट्रांजैक्शन चार्ज नहीं लेने का फैसला किया है। इस पर चर्चा के लिए आज सीएनबीसी-आवाज़ के साथ रहे NSE के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्रीराम कृष्णन।
हर महीने के आखिरी शुक्रवार को होगी इसकी एक्सपायरी
सबसे पहले जान लेते है वायदा के इस नए खिलाड़ी के बारे में। NSE ने Nifty Next 50 वायदा कॉन्ट्रैक्ट लॉन्च किया है। इसके तहत तीन महीने के फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट लॉन्च किए गए हैं। Nifty Next 50 वायदा में ट्रेडिंग आज से शुरू हो गई है। हर महीने के आखिरी शुक्रवार को इसकी एक्सपायरी होगी। 31 अक्टूबर तक Nifty Next वायदा में ट्रांजैक्शन चार्ज नहीं लगेगा।
इस पर NSE ने अपने बयान में कहा है कि Nifty Next वायदा को बढ़ावा देने के लिए ट्रांजैक्शन चार्च हटाया गया है। नए कॉन्ट्रैक्ट से निफ्टी 50 और मिडकैप सेलेक्ट का गैप भरेगा। NIFTY NEXT 50 में वेटेज की बात करें तो इसमें फाइनेंशियल सर्विसेज का वेटेज 23.76 फीसदी, कैपिटल गुड्स का वेटेज 11.91 फीसदी और कंज्यूमर सर्विसेज का वेटेज 11.57 फीसदी है।
पब्लिक डिमांड पर लॉन्च किया गया निफ्टी NEXT 50 वायदा कॉन्ट्रैक्ट
एनएसई के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर (CBDO) श्रीराम कृष्णन ने सीएनबीसी-आवाज़ से बात करते हुए कहा है कि मार्केट में डिमांड को देखते हुए प्रोडक्ट डिलिवरी पर फोकस है। भारत कुछ सालों में 5 लाख करोड़ डॉलर की इकोनॉमी बनेगा। आगे इसमें 10 लाख करोड़ डॉलर की इकोनॉमी बनने की भी क्षमता है। निफ्टी, निफ्टी बैंक, निफ्टी फिन के कॉन्ट्रैक्ट्स काफी लोकप्रिय हैं। पब्लिक डिमांड पर निफ्टी NEXT 50 वायदा कॉन्ट्रैक्ट लॉन्च किया गया है। NSE मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टिट्यूशन है।