Budget Impacts on Gold Silver: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी को 10% से घटाकर 6% करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, वित्त मंत्री ने आगे प्लेटिनम पर सीमा शुल्क को घटाकर 6.4% करने की जानकारी दी। इसके बाद आज सोने-चांदी के भाव में गिरावट देखी जा रही है। आज सर्राफा मार्केट में सोना 609 रुपये सस्ता होकर 72609 रुपये प्रति ग्राम की दर से खुला। जबकि, चांदी 620 रुपये प्रति किलो सस्ती होकर 87576 के रेट पर। वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट 2024 की घोषणा के दौरान कहा, “देश में सोने और कीमती धातु के जेवरों में घरेलू मूल्य संवर्धन को बढ़ाने के लिए, मैं सोने और चांदी पर सीमा शुल्क को घटाकर 6 और प्लैटिनम पर 6.4 प्रतिशत करने का प्रस्ताव करती हूं।
सीतारमण ने आगे स्टील और तांबे पर प्रोडक्शन कॉस्ट को कम करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, “मैं फेरो निकल और ब्लिस्टर तांबे पर बीसीडी को हटाने का प्रस्ताव करती हूं। मैं फेरस स्क्रैप और निकल कैथोड पर शून्य बीसीडी और कॉपर स्क्रैप पर 2.5 प्रतिशत की रियायती बीसीडी के साथ जारी रख रही हूं।”
कस्टम ड्यूटी कम किए जाने से ज्वेलर्स गदगद
ऐश्प्रा जेम्सएंडज्वेल्स के डायरेक्टर अतुल सराफ ने गोल्ड और सिल्वर पर कस्टम ड्यूटी कम किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ” यह बजट ज्वैलरी इंडस्ट्री के लिए काफी अच्छा है हम लोग काफी समय से सोने- चांदी और प्लैटिनम जैसी धातुओं पर इंपोर्ट ड्यूटी कम करने की मांग कर रहे थे। सरकार ने इस बजट में हमारी मांग सुन ली है। इंडियन ज्वैलरी इंडस्ट्री की मांग को देखते हुए सरकार ने सोने और चांदी पर इंपोर्ट ड्यूटी हटाकर 6 पर्सेंट कर दी है। वहीं प्लैटिनम पर भी इसे घटाकर 6.4 फीसद कर दिया है। इससे सोने- चांदी और प्लैटिनम की ज्वेलरी के रेट में कमी आएगी, जिससे ग्राहक को सीधा फायदा पहुंचेगा वहीं बाजार को भी इससे बूस्ट मिलेगा।”
क्या चाह रहा था इंडियन ज्वैलरी इंडस्ट्री
ऐश्प्रा जेम्सएंडज्वेल्स के डायरेक्टर अतुल सराफ ने बजट से पहले हिन्दुस्तान से बातचीत में कहा था, “इंडियन ज्वैलरी इंडस्ट्री बाजार में प्रतिस्पर्धा और लिक्विड्टी को बढ़ावा देने के लिए कीमती धातुओं पर इम्पोर्ट ड्यूटी में उल्लेखनीय कटौती की मांग करता आ रहा है। हम सोने पर इम्पोर्ट ड्यूटी को 15% से घटाकर 4% करने का प्रस्ताव करते हैं। इससे लगभग 982.16 करोड़ रुपये की अवरुद्ध धनराशि मुक्त होगी और वर्किंग कैपिटल को बढ़ावा मिलेगा।”
उन्होंने कहा था कि इसी तरह, हम चांदी पर इम्पोर्ट ड्यूटी को 10% से घटाकर 4% कर देने और प्लैटिनम पर 12.5% से घटाकर 4% कर रहे हैं। यह बदलाव उद्योग को पुनर्जीवित करने, उसकी वैश्विक स्थिति में सुधार करने और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक हैं। इन लागतों को कम करने से हमारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने, विकास को बढ़ावा देने और उद्योग में अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने की क्षमता में वृद्धि होगी।