Trade setup: वोलैटिलिटी में बड़ी गिरावट हुई है। भू-राजनीतिक तनाव कम होने से बाजार को राहत मिली है। जिसके चलते इंडेक्स कल सभी अहम मूविंग एवरेज के ऊपर कारोबार करता दिखा। निफ्टी लगातार हायर हाई, हायर लो फॉर्मेशन करते हुए आने वाले सत्रों में बाजार में तेजी जारी रहने के संकेत दे रहा है। बाजार जानकारों का कहना है कि निफ्टी के लिए 22,400 (जो 61.8 फीसदी फाइबोनैचि रिट्रेसमेंट के साथ मेल खाता है) और 22,500 के स्तर पर रजिस्टेंस दिख रहा है। वहीं, 22200 के स्तर पर निफ्टी के लिए सपोर्ट दिख रहा है।
23 अप्रैल को बेंचमार्क इंडेक्सों को ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली का सामना करना पड़ा। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 90 अंक बढ़कर 73,738 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 32 अंक चढ़कर 22,368 पर बंद हुआ। निफ्टी ने डेली चार्ट पर बियरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया क्योंकि क्लोजिंग, ओपनिंग स्तर से नीचे हुई थी।
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
निफ्टी के लिए पहला रजिस्टेंस 22,426 और उसके बाद दूसरे बड़े रजिस्टेंस 22,449 और 22,487 पर स्थित हैं। अगर इंडेक्स नीचे की तरफ रुख करता है तो 22,351 फिर 22,328 और 22,290 पर इसको सपोर्ट मिल सकता है।
बैंक निफ्टी
निफ्टी बैंक के लिए पहला रजिस्टेंस 48,212और उसके बाद दूसरे बड़े रजिस्टेंस 48,307 और 48,461 पर स्थित हैं। अगर इंडेक्स नीचे की तरफ रुख करता है तो 47,903 फिर 47,808 और 47,654 पर इसको सपोर्ट मिल सकता है।
कॉल ऑप्शन डेटा
मंथली बेसिस पर 23,000 की स्ट्राइक पर 1.22 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा। 22,400 की स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा काल राइटिंग देखने को मिली। इस स्ट्राइक पर 34.89 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़े। 22,000 की स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा कॉल अनवाइंडिंग देखने को मिली।
पुट ऑप्शन डेटा
22,000 की स्ट्राइक पर 88.16 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा। 22,100 की स्ट्राइक पर पुट राइटिंग देखने को मिली। इस स्ट्राइक पर 33.43 लाख कॉन्ट्रैक्ट जुड़े। 21,300 की स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा पुट अनवाइंडिंग देखने को मिली।
हाई डिलीवरी प्रतिशत वाले स्टॉक
हाई डिलीवरी प्रतिशत से पता चलता है कि निवेशक स्टॉक में रुचि दिखा रहे हैं। Vodafone Idea, Balkrishna Industries, Pidilite Industries, Kotak Mahindra Bank और PI Industries जैसे एफएंडओ शेयरों में सबसे ज्यादा डिलीवरी देखने को मिली।
44 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 44 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला उनमें Aditya Birla Fashion & Retail, Gujarat Gas, Bharti Airtel, Eicher Motors और Jubilant Foodworks के नाम शामिल हैं।
40 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन जिन 40 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने के मिली उनमें Exide Industries, Hindustan Copper, Hindalco Industries, Dr Lal PathLabsऔर Punjab National Bank के नाम शामिल हैं।
26 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन जिन 26 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला उनमें Can Fin Homes, Mahindra & Mahindra Financial Services, Sun Pharmaceutical Industries, Birlasoft और ABB India के नाम शामिल हैं।
74 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन जिन 74 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली उनमें Vodafone Idea, IndiaMART InterMESH, Biocon, Page Industries और Sun TV Network के नाम शामिल हैं।
पुट कॉल रेशियो
निफ्टी पुट कॉल रेशियो (पीसीआर) इक्विटी बाजार के मूड का इंडीकेटर होता है। निफ्टी पुट कॉल रेशियो 23 अप्रैल को गिरकर 1.06 के स्तर पर रहा जो पिछले सत्र में 1.14 के स्तर पर था। बता दें कि 1 के ऊपर का पीसीआर इस बात का संकेत होता है कि ट्रेडर्स कॉल की तुलना में पुट ऑप्शन ज्यादा खरीद रहे हैं, जो आम तौर पर मंदी की भावना में बढ़त का संकेत होता है।