Share Markets on Budget day: नई मोदी सरकार का पहला बजट कल 23 जुलाई को आने वाला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह ठीक 11 बजे लोकसभा में इस पेश करेंगी और इसके साथ शेयर बाजार की नजरें बजट में होने वाले ऐलानों पर टिक जाएंगी। बजट आने से पहले शेयर बाजार में हमेशा की तरह खासी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। सेंसेक्स पिछले 2 दिनों से लगातार काफी गिरावट के साथ बंद हुआ है। ऐसे में अब निगाहें बजट वाले दिन पर है। स्टॉक मार्केट का इस दिन कैसा परफॉर्मेंस होगा? सेंसेक्स और निफ्टी ऊपर जाएंगे या इनमें गिरावट आएगी, फिलहाल ये कहना अभी जल्दबाजी होगी। हालांकि अगर पिछले साल 10 साल के आंकड़े को देखें तो, कुछ अंदाजा जरूर लग सकता हैं।
पिछले 10 सालों में कुल 13 बार बजट आए हैं। इसमें से 10 फुल बजट थे, जबकि 3 बार अंतरिम बजट पेश किया गया। इन 13 में से 7 बार यानी की 50 फीसदी से अधिक बार शेयर बाजार बजट के दिन लाल निशान यानी गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं 6 मौकों पर इसमें तेजी आई है। बाजार के लिए सबसे अच्छा बजट 2021 में आया था, जब भाषण खत्म होने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी 5 फीसदी चढ़ गए थे। वहीं सबसे खराब बजट 2020 का रहा, जब भाषण के बाद बाजार करीब 2.5 फीसदी तक लुढ़क गया।
अगर इस साल 1 फरवरी को आए अंतरिम बजट को हटा दें, तो पिछले 2 साल से निफ्टी बजट वाले दिन बंपर तेजी के साथ बंद हुआ है। 2022 में इंडेक्स 4.7 फीसदी चढ़ा। वहीं 2023 में इसमें 1.40 फीसदी की तेजी आई। अब देखना होगा कि क्या 2024 में बाजार का तेजी का हैट्रिक लगाता है या नहीं।
अगर 2014 से अबतक की बात करें, तो 2014 में 2 बार बजट आया था। एक अंतरिम बजट और एक पहली मोदी सरकार का पहला बजट। अंतरिम बजट के दिन बाजार चढ़ा था। लेकिन फुल बजट के दिन यह गिर गया था। 2015 में बजट के दिन सेंसेक्स और निफ्टी मामूली बढ़त के साथ बंद हुए।
2016 में सरकार ने HNI के लिए डिविडेंड पर भी टैक्स लगाने का प्रस्ताव दिया, जिसके बाद बाजार लुढ़क गया। 2017 के बजट में सरकार ने पब्लिक सेक्टर में बैंकों में पैसा डालने और FPI के टैक्सेशन को लेकर स्थिति साफ की, जिससे बाजार खुश होकर बढ़त के साथ बंद हुआ। 2018 में बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। यह जीएसटी लागू होने के बाद पहला बजट था।
2019 में फिर लोकसभा चुनाव के चलते 2 बार बजट पेश हुआ। अंतरिम बजट के दिन तो बाजार चढ़ा, लेकिन फुल बजट के दिन गिर गया। 2020 के बजट में भी कोई भी बड़े ऐलान नहीं होने से बाजार निराश दिखा और इसमें गिरावट आई।
हालांकि 2021 में इसकी भरपाई हो गई, जब सेंसेक्स और निफ्टी बजट भाषण के बाद 5 फीसदी चढ़ गए। 2022 में लगातार दूसरे साल बाजार में तेजी आई। हालांकि 2023 में इसका परफॉर्मेंस मिला जुला रहा। सेंसेक्स हरे निशान में रहा। वहीं निफ्टी गिर लुढ़क गया। हालांकि इस साल 1 फरवरी को अंतरिम बजट के दिन सेंसेक्स और निफ्टी करीब 0.13 फीसदी फिसलकर बंद हुए।
कुल मिलाकर बजट के दिन शेयर बाजार का कोई साफ ट्रेंड नहीं रहा है। ऐसे में निवेशकों को बजट के दिन निवेश करने से पहले वित्त मंत्री के ऐलानों के अलावा ग्लोबल मार्केट के संकेतों और घरेलू बाजार के डेवलपमेंट पर नजर रखनी चाहिए।