देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) 2047 तक रेवेन्यू के लिहाज से 1000 अरब अमेरिकी डॉलर की कंपनी बनने का लक्ष्य लेकर चल रही है। IOC के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा है कि कंपनी अपने ऑयल रिफाइनिंग और फ्यूल मार्केटिंग बिजनेस के साथ क्लीन एनर्जी मसलन ग्रीन हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग के जरिये यह लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। बीते शुक्रवार को कंपनी के शेयरों में 2.39 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 165.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 2.33 लाख करोड़ रुपये है।
Indian Oil का 2046 तक नेट-जीरो कार्बन एमिशन का लक्ष्य
बीते वित्त वर्ष 2023-24 में आईओसी ने 8.66 लाख करोड़ रुपये (104.6 अरब डॉलर) के रेवेन्यू पर 39619 करोड़ रुपये (4.7 अरब अमेरिकी डॉलर) का रिकॉर्ड नेट प्रॉफिट कमाया है। वैद्य ने कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि कंपनी एक संतुलित पोर्टफोलियो के लिए फॉसिल फ्यूल और न्यू एनर्जी एवेन्यू में निवेश करना जारी रखेगी। कंपनी का इरादा 2046 तक नेट-जीरो कार्बन एमिशन लक्ष्य हासिल करने का है।
कंपनी अपनी ऑयल रिफाइनरी कैपिसिटी का विस्तार करेगी और पेट्रोकेमिकल यूनिट्स में निवेश करेगी जो क्रूड ऑयल को सीधे वैल्यू एडेड केमिकल में बदलने का काम करेंगी। इसके अलावा कंपनी गैस, बायो फ्यूल और क्लीन मोबिलिटी पर भी खास ध्यान देगी।
Indian Oil की 2047 तक 1 हजार अरब डॉलर की कंपनी बनने की तैयारी
वैद्य ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के आगे बढ़ने के साथ ऊर्जा जरूरतें भी बढ़ रही हैं। ‘भारत की ऊर्जा’ के रूप में हम गति बढ़ा रहे हैं और अपनी क्षमता का विस्तार कर रहे हैं। हम देश की प्रमुख ऊर्जा कंपनी बनना चाहते हैं और हमारा लक्ष्य 2050 तक भारत की कुल ऊर्जा जरूरत का 12.5 फीसदी को पूरा करने का है।” उन्होंने कहा, ‘‘IOC 2047 तक एक हजार अरब डॉलर की कंपनी बनने की महत्वाकांक्षी यात्रा पर है।’’
उन्होंने कहा कि 1,000 अरब डॉलर की कंपनी बनने का लक्ष्य भारत के 2047 तक 30000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के विजन के अनुरूप है। वैद्य ने कहा कि निर्बाध ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए IOC पुरानी परियोजनाओं के विस्तार और नई परियोजनाओं में निवेश करेगी।
Indian Oil लगातार बढ़ा रही है अपना बिजनेस
वैद्य ने कहा कि पेट्रोकेमिकल इंटीग्रेशन भी एक प्रमुख क्षेत्र है जो हमारी वैल्यू चेन को काफी समृद्ध करेगा। कंपनी का हरियाणा के पानीपत और ओडिशा के पारादीप में पेट्रोकेमिकल विस्तार का पहला चरण पूरा हो गया है। इसके अलावा गुजरात रिफाइनरी में भी विस्तार चल रहा है जो 2024-25 में शुरू हो जाएगा। कंपनी बरौनी रिफाइनरी में एक पॉलिप्रोपीलीन यूनिट भी लगा रही है।
वैद्य ने कहा, ‘‘हम अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं। इसमें 1.3 टन करोड़ टन की वृद्धि का लक्ष्य है। इसके अलावा हम 2030 तक 15 प्रतिशत पेट्रोकेमिकल इंटेंसिटी इंडेक्स हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि हरित भविष्य के अपने दृष्टिकोण के तहत हम अपनी हरित पहल को मजबूत करेंगे और टेरा क्लीन लिमिटेड नाम से एक सब्सिडियरी कंपनी की स्थापना करने जा रहे हैं। ‘‘यह नई इकाई कम कॉर्बन, नवीन, स्वच्छ और हरित ऊर्जा कारोबार के काम को आगे बढ़ाएगी।’’