अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली कंपनी वेदांता लिमिटेड ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के तहत शेयरों की बिक्री के जरिये 8,500 करोड़ रुपये जुटाए हैं। वेदांता ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कंपनी ने QIP के तहत 440 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के हिसाब से 19.31 करोड़ शेयरों की बिक्री की है, जो QIP के फ्लोर प्राइस 461.26 करोड़ से 4.61 पर्सेंट डिस्काउंट पर है।
जिन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स को शेयर जारी किए गए हैं, उनके बारे में अब तक खुलासा नहीं हुआ है। वेदांता ने 6,688 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए QIP लॉन्च किया था। कंपनी ने बाद में QIP का साइज बढ़ाकर 1.02 अरब डॉलर कर दिया था और इसके जरिये पूरी 8,500 करोड़ रुपये रकम जुटा ली, जिसके के लिए इसे शेयरधारकों से मंजूरी मिली थी।
वेदांता के प्रमोटर्स ने पिछले महीने ब्लॉक डील के जरिये कंपनी में 2.6% तक हिस्सेदारी बेचने को मंजूरी दी थी। इससे पहले ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने सीएनबीसी टीवी 18 से खास बातचीत में कहा था कि प्रमोटर के स्टेक को कम करने की कोई योजना नहीं है। उस वक्त कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी 61.95 पर्सेंट थी। वेदांता का शेयर 19 जुलाई को 2.3 पर्सेंट की गिरावट के साथ 441 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का इश्यू प्राइस 19 जुलाई के क्लोजिंग प्राइस के आसरास है। इस साल कंपनी के शेयरों में तकरीबन 80% की बढ़त देखने को मिल चुकी है।