बीते महीने अलग-अलग कारणों से स्मॉल कैप और मिड-कैप शेयरों में भारी गिरावट आई थी। इस कैटेगरी के 80% से अधिक स्टॉक में गिरावट देखी गई। कुछ स्टॉक तो 52 हफ्ते के निचले स्तर पर और कुछ रिकॉर्ड निचले स्तर पहुंच गए हैं। इन शेयरों में बड़ी गिरावट ने स्मॉल और मिडकैप सेक्टर में म्यूचुअल फंड्स के परफॉर्मेंस पर भी असर डाला है। ऐसे माहौल में निवेशक अपने फ्यूचर प्लान को लेकर कन्फ्यूज हैं। हालांकि, बाजार के एक्सपर्ट ने इस कन्फ्यूजन को दूर करने की कोशिश की है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
शेयर बाजार के एक्सपर्ट का मानना है कि इन शेयरों में लगातार आ रही गिरावट के माहौल में सतर्क रहने की जरूरत है। इसे खरीदारी के अवसर के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि निवेशकों को इस कैटेगरी से हटकर लॉर्ज कैप म्यूचुअल फंड में शिफ्ट करना चाहिए। केएमजी वेल्थ के कृष्ण मुरारी गुप्ता कहते हैं- ग्लोबली टेंशन मार्केट के लिए निगेटिव है। हालांकि, लार्ज कैप स्टॉक में रिकवरी का पोटेंशियल है। ऐसे माहौल के बीच निवेशक के पोर्टफोलियो में लार्ज कैप का होना जरूरी है।
लार्ज कैप फंड्स का परफॉर्मेंस
पिछली कुछ तिमाहियों से लार्ज कैप फंड्स का परफॉर्मेंस शानदार रहा है। एक साल में लार्ज कैप में लगभग 12 म्यूचुअल फंडों ने 40% से अधिक का रिटर्न दिया है, जबकि 15 अन्य ने निवेशकों को 30% और अधिक का रिटर्न दिया है। रिटर्न देने में सबसे आगे निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड है। इसने पिछले एक साल में 45.12% का रिटर्न दिया है। टॉरस म्यूचुअल फंड ने 43.98% का रिटर्न दिया है। कुछ अन्य फंडों ने भी 40 पर्सेंट से ज्यादा रिटर्न दिया है। म्यूचुअल फंड विशेषज्ञों का तर्क है कि लार्ज कैप में निवेश लगभग हमेशा अच्छा रिटर्न देता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये कंपनियां चैलेंज का प्रबंधन करने के लिए बेहतर स्थिति में होती हैं।