Uncategorized

ONGC का मार्केट कैप 4 लाख करोड़ के पार, शेयर ने 10 साल का उच्चतम स्तर छुआ

 

वृद्धि के मजबूत परिदृश्य के कारण ओएनजीसी का शेयर सोमवार को बीएसई पर कारोबारी सत्र के दौरान 5.4 फीसदी उछलकर 323.60 रुपये के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया। सरकारी स्वामित्व वाली इस कंपनी का शेयर 10 साल के लंबे अंतराल के बाद नई ऊंचाई पर पहुंचा है। शेयर ने 9 जून, 2014 की पिछली ऊंचाई 314.67 रुपये (बोनस शेयर से समायोजित) को पार कर लिया। शेयर में तेजी के कारण ओएनजीसी का बाजार पूंजीकरण 4 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया।

बीएसई पर ओएनजीसी का शेयर अंत में 5 फीसदी की बढ़त के साथ 322.55 रुपये पर बंद हुआ जबकि सेंसेक्स में 0.18 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। 4.06 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ ओएनजीसी अब 15वीं सबसे मूल्यवान कंपनी है और तीसरी सबसे बड़ी पीएसयू। इससे ऊपर भारतीय स्टेट बैंक (7.87 लाख करोड़ रुपये) और एलआईसी (6.7 लाख करोड़ रुपये) है।

ओएनजीसी का शेयर 6 जून के निचले स्तर 227 रुपये से 43 फीसदी उछला है। पिछले एक साल में 91 फीसदी की बढ़त के साथ ओएनजीसी ने बाजार के मुकाबले (21 फीसदी की तेजी) उम्दा प्रदर्शन किया है। महारत्न ओएनजीसी देश में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की सबसे बड़ी उत्पादक है और देश के कुल उत्पादन में वह करीब 68.2 फीसदी का योगदान करती है। वह वैल्यू ऐडेड प्रॉडक्ट्स मसलन एलपीजी, सुपीरियर केरोसिन ऑयल (एसकेओ) और नाफ्था की अहम उत्पादक भी है। कंपनी के वियतनाम, नॉर्वे, मिस्र, ट्यूनीशिया, ईरान और ऑस्ट्रेलिया के तेल क्षेत्रों में संयुक्त उद्यम हैं।

29 मई, 2024 को एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने ओएनजीसी का रेटिंग परिदृश्य संशोधित कर स्थिर से सकारात्मक कर दिया था। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने कहा था कि ओएनजीसी का सकारात्मक रेटिंग परिदृश्य भारत पर लंबी अवधि की सॉवरिन क्रेडिट रेटिंग के परिदृश्य को दिखाता है।

इस बीच, जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के मुताबिक ओएनजीसी आय के मोर्चे पर अपना प्रदर्शन सुधार सकती है, जिसे केजी 98/2 फील्ड से बढ़े उत्पादन, खोज के मुद्रीकरण, बढ़े पूंजीगत खर्च और अप्रत्याशित कर के संभावित समायोजन से मदद मिल सकती है।

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने ओएनजीसी को खरीद की रेटिंग के साथ 340 रुपये प्रति शेयर का कीमत लक्ष्य दिया है। मजबूत नकदी प्रवाह और उत्पादन परिदृश्य, अगले दो-तीन साल में सहायक की मजबूत आय व सूचीबद्ध निवेश की उच्च निवेश कीमत से कंपनी के शेयर की लक्षित कीमतें बढ़ सकती है। ब्रोकरेज ने चौथी तिमाही के नतीजे के समय ये बातें कही थीं

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top