Apollo Micro Systems Shares: अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयरों में आज 15 जुलाई को 5% की तेजी आई और इसने अपनी अपर सर्किट सीमा को छू लिया। कंपनी के शेयरों में यह तेजी इंडियन आर्मी से एक ऑर्डर मिलने के बाद आई है। कंपनी ने बताया कि उसे डीएपी-2020 की मेक-II कैटेगरी के तहत, वाहन माउंटेड काउंटर स्वार्म ड्रोन सिस्टम (VMCSDS) की खरीद के लिए भारतीय सेना से ऑर्डर मिला है। NSE पर दोपहर 2 बजे के करीब, कंपनी के शेयर 4.99 फीसदी की तेजी के साथ 109.76 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे।
हालांकि इस उछाल के बावजूद, अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयर में इस साल अब तक 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। जबकि बेंचमार्क निफ्टी-50 इंडेक्स ने इस दौरान 13 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इससे पहले, अपोलो माइक्रो के शेयरों ने 20 नवंबर, 2023 को 161 रुपये प्रति शेयर के 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर को छुआ था। फिलहाल कंपनी के शेयर इस स्तर से करीब 32.12 फीसदी नीचे कारोबार कर रहे हैं।
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया कि भारतीय सेना ने उसे उसकी देखते हुए शॉर्टलिस्ट किया है और मेक-II प्रोजेक्ट के तहत ऑर्डर दिया है। कंपनी ने कहा, “यह कंपनी के लिए पहला मेक II प्रोजेक्ट है और उनके लिए यह ऑर्डर काफी अहम है।” उन्होंने कहा कि मेक II प्रोजेक्ट के रूप में इसमें कोई लागत से जुड़ी जिम्मेदारी शामिल नहीं है।
कंपनी को एकल चरण की जांच और स्टाफ मूल्यांकन के साथ 85 सप्ताह में यह ऑर्डर पूरा करना होगा।
इससे पहले मार्च तिमाही में अपोलो माइक्रो सिस्टम्स का रेवेन्यू सालाना आधार पर 26.7 फीसदी बढ़ा था, जबकि नेट प्रॉफिट में सालाना आधार पर 79.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। कंपनी का ऑपरेटिंग मुनाफा भी मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 38 प्रतिशत बढ़ा था।
बता दें कि अपोला माइक्रो सिस्टम्स, डिफेंस सेक्टर में कारोबार करने वाली कंपनी है। यह एयरोस्पेस, डिफेंस, अंतरिक्ष और होमलैंड सिक्योरिटी एप्लिकेशन के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और सबसिस्टम को बनाने में माहिर है। कंपनी हैदराबाद में एक बेहतरीन डिफेंस इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी भी बनाने जा रही है। कंपनी की योजना 9 महीने के अंदर इसे पूरा करने की है।