आज बीएसई पर इंट्राडे ट्रेड में टैनला के शेयर 1,080 रुपये पर पहुंच गए।
मार्क जुकरबर्ग की कंपनी मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप के साथ कथित एक डील की खबर ने टैनला प्लेटफॉर्म्स के शेयरों को रॉकेट बना दिया। खरीदारों में मची लूट से शेयर के भाव 13 पर्सेंट तक उछल गए। आज बीएसई पर इंट्राडे ट्रेड में टैनला के शेयर 1,080 रुपये पर पहुंच गए। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में घोषणा की कि उसने एक ग्लोबल टेक दिग्गज के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कंपनी ने टेक दिग्गज के नाम का खुलासा नहीं किया।
1500% से अधिक रिटर्न दे चुका है यह शेयर
सुबह बीएसई पर टैनला का शेयर 976 रुपये पर खुला और डे-हाई 1086.05 रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान करी 13 फीसद की उड़ान दर्ज की। हालांकि, दोपहर डेढ़ बजे के करीब यह 8.80 फीसद की तेजी के साथ 1036.30 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। एक महीने से सुस्त पड़े इस स्टॉक में इस डील से जान आ गई है। बता दें पिछले छह महीनों में शेयर में 13% से अधिक की गिरावट आई है। पिछले पांच वर्षों में इसने 1500% से अधिक रिटर्न दिया है।
क्या कहता है टेक्निकल चार्ट
टेक्निकल चार्ट की बात करें तो शेयर का RSI वर्तमान में 54.8 पर है। ट्रेंडलाइन डेटा से पता चला है कि 30 से नीचे का RSI ओवरसोल्ड माना जाता है और 70 से ऊपर का ओवरबॉट माना जाता है। शेयर 5-दिन, 10-दिन, 20-दिन, 30-दिन, 50-दिन, 100-दिन, 150-दिन और 200-दिन के मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है।
डील में क्या है
ईटी की खबर के मुताबिक वाइजली एटीपी के जरिए किए गए इस समझौते का उद्देश्य फर्जी फोन नंबरों की पहचान करके टेक कंपनी के मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर होने वाले घोटालों से निपटना है। हालांकि, कंपनियों के करीबी एक टॉप अफसर ने ईटी को बताया कि व्हाट्सएप ने अपने मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर घोटालों को नियंत्रित करने के लिए टैनला प्लेटफॉर्म्स के साथ एक सहयोगात्मक समझौता किया है।
उन्होंने कहा कि टेक्स्ट मैसेज और वॉयस कॉलिंग ग्राहक सेवाओं को संभालने वाले बैंकिंग और दूरसंचार चैनल व्हाट्सएप जैसे ओवर-द-टॉप प्लेटफॉर्म को ये महत्वपूर्ण जानकारी दे सकते हैं। इसके सहयोग से बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने वालों को खत्म किया जा सकेगा।
क्यों हुई डील
साझेदारी के अनुसार टैनला का AI-आधारित एंटी-फिशिंग समाधान Wisely ATP 10-डिजिट नंबर्स और मैलेसियस URL पर खुफिया जानकारी एकत्र करता है। यह फ्रॉड के नेचर पर व्हाट्सएप को रियल टाइम सिग्नल शेयर करेगा। व्हाट्सएप गुमनाम रूप से साझा किए गए डेटा पर कार्रवाई करेगा। बता दें दूरसंचार नियामक के 13 जून, 2023 के निर्देश के अनुसार, दूरसंचार कंपनियों को संदिग्ध एसएमएस भेजने वालों का पता लगाने के लिए एआई/मशीन लर्निंग (AI/ML) समाधान लागू करना अनिवार्य है।