ज्वैलरी सेक्टर की कंपनी पीसी ज्वैलर लिमिटेड (PC Jeweller Ltd) ने प्रमोटर्स और निवेशकों को प्रिफरेंशियल बेसिस पर वॉरंट जारी करके 2,705 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बनाई है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया है कि जुटाई गई राशि का इस्तेमाल मुख्य रूप से बैंक कर्ज को चुकाने और वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा। पीसी ज्वैलर के वॉरंट लेकर प्रमोटर, कंपनी में लगभग 850 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।
कंपनी ने बताया कि उसके बोर्ड ने ‘प्रमोटर ग्रुप’ और ‘नॉन प्रमोटर्स, पब्लिक कैटेगरी’ को प्राइवेट प्लेसमेंट बेसिस पर प्रिफरेंशियल अलॉटमेंट के जरिए पूरी तरह से कनवर्टिबल 48,13,42,500 तक वॉरंट के माध्यम से 2705,14,48,500 रुपये तक जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। वॉरंट 56.20 रुपये प्रति पीस पर जारी किए जाने का प्रस्ताव है। कुल वॉरंट में से 15 करोड़ वॉरट, प्रमोटर ग्रुप को इश्यू करने का प्रस्ताव रखा गया है। प्रस्तावों पर कंपनी की असाधारण आम बैठक में शेयरहोल्डर्स से मंजूरी ली जाएगी। यह बैठक 8 अगस्त को होगी।
बैंक कर्ज चुकाने में कितनी राशि का होगा इस्तेमाल
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर बलराम गर्ग का कहना है कि इस धनराशि में से लगभग 75 प्रतिशत का इस्तेमाल बैंक कर्ज को चुकाने और बाकी 25 प्रतिशत का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए किया जाएगा। प्रमोटर, कंपनी में 850 करोड़ रुपये निवेश करेंगे, जबकि शेष राशि निवेशकों से जुटाई जाएगी। पीसी ज्वैलर के शेयर की कीमत बीएसई पर शुक्रवार 12 जुलाई को 69.57 रुपये पर क्लोज हुई।
18 महीने है वॉरंट का टेनर
पीसी ज्वैलर का कहना है कि वॉरंट का टेनर, इसके अलॉटमेंट की तारीख से लेकर 18 महीने तक होगा। हर एक वॉरंट पर 10 रुपये फेस वैल्यू वाला 1 इक्विटी शेयर सब्सक्राइब किया जा सकेगा। ऐसा 18 महीनों के अंदर एक या एक से अधिक बार में किया जा सकता है। यदि कोई वॉरंट होल्डर 18 महीनों की अवधि के अंदर इस एक्सरसाइज का इस्तेमाल नहीं करता है तो इस्तेमाल न किए गए वॉरंट लैप्स हो जाएंगे। लैप्स हो चुके वॉरंट्स पर उस वॉरंट होल्डर की ओर से भुगतान की गई राशि कंपनी जब्त कर लेगी।