शेयर बाजार में अगले हफ्ते तेजी देखने को मिल सकती है। कंपनियों के पहली तिमाही (Q1FY25) के नतीजे, भारत की थोक महंगाई के आंकड़े, डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा, ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा, FII-DII फ्लो और अपकमिंग IPO पर बाजार की नजर रहेगी।
यहां हम ऐसे फैक्टर्स के बारे में बता रहे हैं, जिनसे इस हफ्ते में बाजार की चाल तय होगी…
1. कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजे
कंपनियों ने अप्रैल-जून यानी पहली तिमाही (Q1FY25) के वित्तीय नतीजे जारी करना शुरू कर दिया है। आने वाले सप्ताह में 190 से ज्यादा कंपनियां अपने तिमाही रिजल्ट्स जारी करेंगी। जिन प्रमुख कंपनियों के नतीजों पर नजर रहेगी, उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, HDFC बैंक, HDFC लाइफ इंश्योरेंस, बजाज ऑटो, एशियन पेंट्स, LTI माइंडट्री , JSW स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट, विप्रो, कोटक महिंद्रा बैंक और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन शामिल हैं।
इसके अलावा, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, HDFC एसेट मैनेजमेंट, एंजेल वन, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, स्पाइसजेट, आदित्य बिरला मनी, एलएंडटी फाइनेंस, हैवेल्स इंडिया, एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, पॉलीकैब इंडिया, टाटा टेक्नोलॉजीज, ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस, वन 97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम), पीवीआर आईनॉक्स, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पूनावाला फिनकॉर्प, आरबीएल बैंक और यस बैंक भी अपने तिमाही नतीजे जारी करेंगी।
2. थोक महंगाई, डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा
मार्केट पार्टिसिपेंट्स 15 जुलाई को जारी होने वाले जून की थोक महंगाई के आंकड़ों पर फोकस करेंगे। इकोनॉमिस्ट का
अनुमान है कि थोक महंगाई में मई महीने के मुकाबले ग्रोथ होगी। 12 जुलाई को समाप्त सप्ताह के लिए फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व के आंकड़े 19 जुलाई को सामने आएंगे।
3. ECB पॉलिसी मीटिंग, फेड चेयरमैन पॉवेल की स्पीच
निवेशक 18 जुलाई को होने वाली यूरोपीय सेंट्रल बैंक की पॉलिसी मीटिंग पर नजर रखेंगे। ऐसा अनुमान है कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बदलाव नहीं करेगा और अगली ब्याज दर कटौती के समय के बारे में संकेत दे सकता है।
इसके अलावा फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की स्पीच पर भी बाजार की नजर रहेगी, क्योंकि ट्रेडर्स को सितंबर में दर में कटौती की 94% संभावना दिखाई दे रही है। खासकर तब जब फेड ने लेबर मार्केट में मंदी और महंगाई को कंट्रोल करने में प्रगति को स्वीकार किया है।
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल
4. ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा
अमेरिका में जून महीने की रिटेल सेल्स, नौकरियों के आंकड़ों और यूरोप, जापान और UK के महंगाई आंकड़ों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। जून तिमाही के GDP डेटा और 15-18 जुलाई के दौरान चीन में होने वाली प्रमुख राजनीतिक सभा (चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की तीसरी पूर्ण बैठक) पर भी पैनी नजर रहेगी। क्योंकि इस दौरान मेटल सेक्टर पर फोकस किया जा सकता है। आम तौर पर चीन ऐसी राजनीतिक सभाओं में दीर्घकालिक राजनीतिक और आर्थिक सुधारों पर अधिक फोकस करता है।
5. FII-DII फ्लो
बीते सप्ताह में भी फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) ने भारतीय बाजार में जमकर खरीदी की है। यही वजह है कि बाजार की नजर इस बात पर रहेगी कि FII आने वाले हफ्तों में भारतीय इक्विटी में अपनी खरीदारी जारी रखेंगे या नहीं।
FII ने पिछले सप्ताह कैश सेगमेंट में 3,844 करोड़ रुपए के इक्विटी शेयर खरीदे हैं, जबकि डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) ने FII से आगे निकलकर सप्ताह के दौरान 5,391 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे हैं।
6. इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO)
15 जुलाई से शुरू हो रहे सप्ताह में 4 नए इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO ओपन हो रहे हैं। इनमें से 3 SME सेगमेंट के और 1 मेनबोर्ड सेगमेंट का है। मेनबोर्ड सेगमेंट में सनस्टार लिमिटेड का IPO 19 जुलाई को ओपन होगा।
SME सेगमेंट में टनवॉल ई-मोटर्स का IPO 15 जुलाई को ओपन होगा। इसके अलावा मैकोब्स टेक्नोलॉजीज और कटारिया इंडस्ट्रीज का IPO 16 जुलाई को ओपन होगा। नए सप्ताह में 19 जुलाई को सहज सोलर की लिस्टिंग होगी।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स में 0.65% की तेजी रही
पिछले पूरे कारोबारी सप्ताह में सेंसेक्स में 0.65% की तेजी रही। निफ्टी में भी 0.73% की तेजी रही थी। वहीं हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार यानी 12 जुलाई को शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली थी।
सेंसेक्स 996 चढ़कर 80,893 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा था। निफ्टी ने भी 24,592 का ऑलटाइम हाई बनाया था। हालांकि, बाद में बाजार रिकॉर्ड हाई से थोड़ा नीचे आया और सेंसेक्स 622 अंक चढ़कर 80,519 और निफ्टी 186 अंक चढ़कर 24,502 के स्तर पर बंद हुआ था।