ऑनलाइन फूड डिलीवर करने वाली कंपनी जोमैटो के शेयरों में आज 12 जुलाई को 2 फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई। यह स्टॉक BSE पर 2.42 फीसदी की बढ़त के साथ 222.45 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। वहीं, इंट्राडे में स्टॉक ने 223.40 रुपये के अपने ऑल टाइम हाई को छू लिया। FY25 की पहली तिमाही में बेहतर नतीजों की उम्मीद के बीच कंपनी के शेयरों में जमकर खरीदारी हो रही है। इस तेजी के साथ कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी हाल ही में मुनाफे में आई है और एनालिस्ट्स की नजर इसके क्विक कॉमर्स बिजनेस के प्रदर्शन पर है।
Zomato के तिमाही नतीजों पर एक्सपर्ट्स की राय
एलारा कैपिटल ने कहा कि जोमैटो Q1FY25E में 39600 करोड़ रुपये का कुल रेवेन्यू दर्ज कर सकता है। यह पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 63.9 फीसदी अधिक है। फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स बिजनेस में ग्रोथ जारी है। एलारा कैपिटल ने कहा, “हालांकि, मई 2024 में हीट वेव का असर, टियर-1 मार्केट्स में डिलीवरी पार्टनर्स की कम उपलब्धता और आम चुनावों के कारण ऑर्डर वॉल्यूम में कमी आई। लेकिन जून में वॉल्यूम में तेजी आनी शुरू हो गई और निकट भविष्य में यह गति बरकरार रह सकती है।”
Zomato के लिए कितना है टारगेट प्राइस
UBS ने फूड डिलीवरी एग्रीगेटर के स्टॉक पर अपनी ‘Buy’ रेटिंग बरकरार रखी है, और इसके टागेट प्राइस को पहले के 250 रुपये से बढ़ाकर 260 रुपये कर दिया है। ब्रोकरेज ने कहा कि जून में इंडस्ट्री वॉल्यूम ग्रोथ मासिक आधार पर 1 फीसदी रही, जिसे दिनों की संख्या के हिसाब से एडजस्ट किया गया। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि पिछली तिमाही में जोमैटो और उसके प्रतिद्वंद्वी स्विगी के बीच खींचतान देखने को मिली। इसने Q1FY25E के लिए Zomato की GMV QoQ ग्रोथ 9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।
Zomato ने FY24 के शानदार नतीजे जारी किए, जिसमें 13,545 करोड़ रुपये का एडजस्टेड रेवेन्यू था, जो कि पिछले साल की तुलना में 56 फीसदी अधिक है और आने वाले वर्षों में 40 फीसदी की ग्रोथ की उम्मीद है। पहली बार पॉजिटिव EBITDA और PAT हासिल करते हुए कंपनी ने ग्रोथ के लिए फिर से निवेश करते हुए 4-5 फीसदी EBITDA मार्जिन का लक्ष्य रखा है। इसका ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) सालाना 48 फीसदी बढ़ा है, जिसे मांग में सुधार और फूड डिलीवरी में गोल्ड प्रोग्राम अपनाने से बल मिला है।