टैक्स प्लानिंग के लिए फाइनेंशियल ईयर के आखिर तक इंतजार करना सही नहीं है। फाइनेंशियल प्लानर्स की सलाह है कि नया वित्त वर्ष शुरू होने के बाद ही आपको इसकी प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए। आपके विकल्पों में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), इक्विटी लिंक्ड स्कीम में मंथली SIP (ELSS), एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड (EPF), टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम के जरिये भुगतान है।
कम जोखिम लेने वाले निवेशक और लोअर टैक्स ब्रैकेट वाले निवेशक टैक्स सेविंग एफडी का विकल्प आजमा सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको यह याद रखना जरूरी है कि आपकी रकम पांच वर्षों के लिए लॉक हो जाएगी। आप अलग-अलग बैंकों के टर्म डिपॉजिट रेट की तुलना कर बेहतर विकल्प का चुनाव कर सकते हैं। इसका आकलन तिमाही चक्रवृद्धि ब्याज दर के आधार पर किया जाता है। BankBazaar.com ने इससे जुड़ा डेटा इकट्ठा किया है। यह डेटा 26 जून 2014 का है।
एक्सिस बैंक, HDFC बैंक और ICICI बैंक टैक्स-सेविंग एफडी पर 7 पर्सेंट ब्याज दे रहा है। अगर आपने इस दर पर टैक्स-सेविंग एफडी में 5 साल के लिए 1.5 लाख रुपये निवेश किया है, तो संबंधित अवधि में यह बढ़कर 2.12 लाख हो जाएगा। इसी तरह , केनरा बैंक टैक्स सेविंग एफडी पर 6.70 पर्सेंट ब्याज दे रहा है। इस दर पर अगर आप 5 साल के लिए 1.5 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं, तो टैक्स-सेविंग एफडी बढ़कर 2.09 लाख रुपये हो जाएगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडियन टैक्स सेविंग एफडी पर 6.5 पर्सेंट ब्याज दर दे रहे हैं। इस दर से अगर पांच साल के लिए टैक्स सेविंग एफडी में 1.5 लाख रुपये निवेश किए जाते हैं, तो यह बढ़कर 2.07 लाख रुपये हो जाएगा। टैक्स सेविंग एफडी पर इंडियन बैंक का रेट 6.25 पर्सेंट है। अगर इस हिसाब से 5 साल में 1.5 लाख रुपये निवेश किया जाता है, तो यह एफडी बढ़कर 2.05 लाख रुपये हो जाएगा।
बैंक ऑफ इंडिया का टैक्स एफडी रेट 6 पर्सेंट है यानी अगर आप इसमें 1.5 लाख रुपये जमा करते हैं, तो 5 साल में आपको 2.02 लाख रुपये मिलेंगे। रिजर्व बैंक (RBI) की सब्सिडियरी डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) भी 5 लाख रुपये के एफडी पर तय रिटर्न देती है।