Vodafone Idea FPO: टेलीकॉम सेक्टर में सबसे ज्यादा कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया के 18,000 करोड़ के FPO (Follow-on Public Offer) को तगड़ा रिस्पॉन्स मिला है. FPO 18 अप्रैल को खुला था और 22 अप्रैल को बंद हुआ. इसे सोमवार को बंद से पहले आखिरी वक्त में बेहतरीन रिस्पॉन्स मिला. ये देश का अबतक का सबसे बड़ा FPO रहा है.
Vodafone Idea FPO में कितना हुआ सब्सक्रिप्शन?
जो आंकड़े आए हैं, उनके मुताबिक कंपनी के इस ऑफर को 94,000 करोड़ से ज्यादा का ऐप्लीकेशन मिला. यानी एफपीओ के अंतिम दिन सोमवार को इसे लगभग सात गुना सब्स्क्रिप्शन मिला. सबसे ज्यादा पैसे लगाने वाले संस्थागत निवेशक (Institutional Buyers) रहे. पेशकश के अंत में कुल 8,011.29 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां लगाई गईं जो FPO साइज का 6.99 गुना है. संख्या के लिहाज से यह अब तक का सबसे अधिक सब्सक्रिप्शन है.
क्यों मिला Voda Idea FPO को जबरदस्त रिस्पॉन्स?
Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने कहा कि वोडाफोन आइडिया के FPO को तगड़ा रिस्पॉन्स अविश्वसनीय है. ऑफर को 94,000 करोड़ से ज्यादा की एप्लीकेशंस आई हैं. उन्होंने कहा कि अगर प्रोमोटर और प्रोडक्ट सही हो तो बाजार में पैसे की कमी नहीं है, पैसा आपको मिल जाएगा. कंपनी को निवेशकों को अच्छे से समझाना होगा कि आप क्या कर सकते हैं, क्या स्कोप है. तीन चीजें चाहिए- प्रमोटर, प्रोडक्ट और पैसा. अब कंपनी के लिए टेकअवे कि वो अच्छे से परफॉर्म करके दिखाए. टेलीकॉम सेक्टर में कंपनी के पास अभी भी 19 फीसदी सब्सक्राइबर्स हैं. कंपनी की निवेशकों के प्रति जिम्मेदारी है कि उनका पैसा बनना चाहिए. निवेशकों ने इतना भरोसा जताया है.
कहां करें खरीदारी?
अनिल सिंघवी ने कहा कि वहीं सेक्टर की बात करें तो वोडाफोन आइडिया सबसे कमजोर कड़ी है, इसमें इतना पैसा आया है. तो ये मैंडेट बस इस कंपनी को नहीं है, पूरे सेक्टर में है. ऐसे में ये सलाह है कि अगले दो सालों में टेलीकॉम सेक्टर में जो खरीद सकते हैं, खरीद लें. ओवरवेट हो जाएं. साथ ही अगले 2 साल में टेलीकॉम सेक्टर कमाल करेगा. उन्होंने कहा कि निवेशकों को टेलीकॉम शेयरों में जो पसंद हो, वो खरीदें- Bharti, Idea, RIL या Bharti Hexa में खरीदारी कर सकते हैं. टेलीकॉम सेक्टर में बुलिश होने की सलाह है. ये सेक्टर आपके पोर्टफोलियो में ओवरवेट हो जाएं.
Vodafone FPO Details
टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने एफपीओ से 18,000 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं. वोडाफोन आइडिया को एफपीओ के तहत कुल 88,124 करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं, लेकिन एफपीओ पेशकश के अनुसार कंपनी 12,600 करोड़ रुपये ही अपने पास रखेगी. कंपनी ने एफपीओ खुलने के पहले 490 करोड़ शेयर बेचकर एंकर निवेशकों से 5,400 करोड़ रुपये जुटाए थे. पात्र संस्थागत खरीदारों के खंड को 19.31 गुना अभिदान मिला जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के खंड को 4.54 गुना अभिदान मिला. हालांकि खुदरा निवेशकों ने पेश किए गए शेयरों की संख्या से थोड़ी ही अधिक बोली लगाई. एफपीओ के तहत 10-11 रुपये प्रति शेयर के मूल्य दायरे में पेशकश की गई थी. यह शेयरों के मौजूदा बाजार भाव से कम है. इस FPO में पात्र संस्थागत खरीदारों (QIB) और HNI सेगमेंट में अब तक की सबसे अधिक खरीद हुई. पहली बार 6,300 करोड़ रुपये के बड़े खुदरा हिस्से को भी पूरा सब्सक्रिप्शन मिला.
Vodafone FPO Listing
एफपीओ शेयरों को 25 अप्रैल को बाजार में लिस्ट करने का लक्ष्य है. Vodafone Idea FPO अब तक का सबसे बड़ा है. इससे पहले, भारतीय बाजार में सबसे बड़ा एफपीओ वर्ष 2020 में Yes Bank का 15,000 करोड़ रुपये का था. इस एफपीओ से जुटाई गई राशि से वोडाफोन आइडिया को दूरसंचार बाजार में अपनी स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी. यह धनराशि कंपनी को 5जी सेवाओं की पेशकश करने और 4जी सेवाओं का नेटवर्क मजबूत करने में मदद करेगी. इसके अलावा बकाया कर्ज के भुगतान के लिए वित्त जुटाने में भी मदद मिलेगी.