Sula Vineyards ने FY25 की पहली तिमाही में अपना अब तक का सबसे अधिक ओवरऑल नेट रेवेन्यू दर्ज किया है। भारत की सबसे बड़ी वाइन कंपनी ने आज 10 जुलाई को यह जानकारी दी। कंपनी ने फाइलिंग में बताया कि पहली तिमाही में इसका नेट रेवेन्यू 9.7 फीसदी बढ़कर 129.6 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 118.2 करोड़ रुपये था। इस बीच कंपनी के शेयरों में आज 1.30 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 501.50 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 4232.64 करोड़ रुपये है।
कैसे रहे Sula Vineyards के जून तिमाही के आंकड़े
वाइन कंपनी के अपने ब्रांड की बिक्री 30 जून को समाप्त तिमाही में 104.4 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 101.6 करोड़ रुपये थी। इस तरह 2.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, फर्म के वाइन टूरिज्म सेगमेंट में 2.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह पिछले वर्ष की समान अवधि के 11.5 करोड़ रुपये की तुलना में 11.3 करोड़ रुपये पर आ गया।
सुला के CEO राजीव सामंत ने कहा, “हमें पहली तिमाही में अब तक का अधिक नेट रेवेन्यू घोषित करते हुए खुशी हो रही है, हालांकि इस तिमाही के दौरान शराब की खपत और पर्यटन पर देश भर में और स्थानीय स्तर पर लोकसभा चुनावों के दौरान कई ड्राई डे और भीषण गर्मी के कारण असर पड़ा।”
ओमप्रकाश सिंह बने Sula Vineyards के मार्केटिंग हेड
सुला के CEO ने ओमप्रकाश सिंह को मार्केटिंग हेड के रूप में नियुक्त करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, “मुझे ओमप्रकाश सिंह को मार्केटिंग हेड के रूप में नियुक्त करने की घोषणा करते हुए भी खुशी हो रही है। L&K Saatchi & Saatchi और Shemaroo जैसी कई FMCG, ई-कॉमर्स और मीडिया कंपनियों में बड़े अनुभव के साथ हमें भरोसा है कि ओमप्रकाश सुला की विस्तारित मार्केटिंग पहलों को आगे बढ़ाने के लिए सही व्यक्ति हैं।
इसके अलावा, सुला ने घोषणा की कि वह महाराष्ट्र में एक और यूनिट में बॉटलिंग शुरू करेगी। कंपनी ने कहा कि एन डी वाइन्स फैसिलिटी, जहां बॉटलिंग शुरू होगी, हाल ही में वाइन कंपनी द्वारा अधिग्रहित की गई थी। फाइलिंग में यह भी बताया गया है कि कंपनी ने महाराष्ट्र में इकॉनमी और लोकप्रिय ब्रांड्स को थर्ड-पार्टी सेल्स फोर्स मॉडल में बदलने का फैसला किया है, जिसकी शुरुआत मुंबई और पुणे से होगी। कंपनी ने कहा, “यह रणनीति, जिसने पहले कर्नाटक और तेलंगाना में मजबूत नतीजे दिए हैं, सुला की बिक्री टीम को प्रायोरिटी वाले एलीट और प्रीमियम ब्रांड्स पर खास तौर पर फोकस करने की अनुमति देगी।”