ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s) ने 2024 में भारत की जीडीपी के 6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने के अपने अनुमान को बरकरार रखा है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि 2025 में भारतीय इकोनॉमी के 6.4 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। रेटिंग एजेंसी ने कहा, “घरेलू और विदेशी मांग बढ़ने से इमर्जिंग मार्केट्स (EM) में ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) की ग्रोथ को समर्थन मिल रहा है, जिसमें देश के हिसाब से व्यापक बदलाव हो रहा है।”
एजेंसी को उम्मीद है कि मौजूदा साल में महंगाई दर 2023 के 5.7 प्रतिशत से कम होकर 5.2 प्रतिशत पर आ जाएगी और अगले साल यह और गिरावट के साथ 4.8 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी। पिछले महीने सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, मई में महंगाई घटकर 12 महीने के निचले स्तर 4.75 प्रतिशत पर आ गई।
उन्होंने कहा, “इंडोनेशिया और भारत में मुख्य रूप से फूड प्रोडक्ट्स की कम कीमतों के कारण कोर इंफ्लेशन रेट धीमा हुआ है, लेकिन इन कीमतों की अस्थिरता दोनों देशों के लिए एक मुद्दा बनी हुई है।”
मूडीज ने आगे कहा, “इमर्जिंग मार्केट्स एशिया में रिटेल इंफ्लेशन की दर कम हो रही है और यह अधिकतर देशों में उनके केंद्रीय बैंक के लक्ष्य के करीब या नीचे है। साथ ही इन रिजन में मजदूरी बढ़ने का ट्रेंड भी कमजोर रहा है। हालांकि भारत और वियतनाम में मजदूरी सालाना आधार पर 5 प्रतिशत से अधिक बढ़ने के रुझान हैं।”
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में भारत के ग्रोथ अनुमान को पहले के अनुमानित 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है।
IMF और वर्ल्ड बैंक ने भी सराहा
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था की तेज गति को सराहा है। IMF ने 2024 में भारत की अर्थव्यवस्था के 6.5 फीसदी की गति से बढ़ने का अनुमान लगाया है। इसी तरह, विश्व बैंक ने 2024 में भारत की विकास दर 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।