IPO में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए जरूरी खबर है। मार्केट रेगुलेटर सेबी ने चार कंपनियों के आईपीओ को मंजूरी दे दी है। इन कंपनियों में एकम्स ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स, सीगल इंडिया, ओरिएंट टेक्नोलॉजीज और गोल्ड प्लस ग्लास इंडस्ट्री शामिल हैं। हालांकि, मार्केट रेगुलेटर ने नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी एसके फाइनेंस के 2200 करोड़ रुपये के पब्लिक ऑफर को स्थगित रखा है। अगर कंपनी से मांगी गई जानकारी समय पर प्राप्त नहीं होती है या अगर रेगुलेटरी इनवेस्टिगेशन पेंडिंग है तो सेबी किसी भी आईपीओ को रोक देता है।
एकम्स ड्रग्स ने आईपीओ के तहत फ्रेश इश्यू के माध्यम से 680 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने की योजना बनाई है। इसके अलावा, इसमें 1.86 करोड़ शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए होगी। OFS के हिस्से के रूप में प्रमोटर संजीव जैन और संदीप जैन और मौजूदा निवेशक रूबी क्यूसी इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स द्वारा शेयरों की बिक्री की जाएगी। आईपीओ से होने वाली आय का इस्तेमाल कर्ज के भुगतान में किया जाना है। इसके अलावा, वर्किंग कैपिटल जरूरतों और अधिग्रहण सहित अन्य ग्रोथ इनिशिएटिव के लिए भी फंड का उपयोग किया जाएगा।
लुधियाना स्थित इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म सीगल इंडिया भी आईपीओ लोने की तैयारी में है। कंपनी फ्रेश इश्यू के जरिए 618 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इसके अलावा, 1.43 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री OFS के जरिए होगी। OFS के हिस्से के रूप में प्रमोटर और एक इंडिविजुअल इनवेस्टर अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।
Gold Plus Glass Industry IPO
प्रेमजी इन्वेस्ट के निवेश वाली कंपनी गोल्ड प्लस ग्लास इंडस्ट्री आईपीओ के तहत फ्रेश इश्यू से 500 करोड़ रुपये जुटाएगी। इसके साथ ही 1.57 करोड़ शेयरों की बिक्री OFS के माध्यम से की जाएगी। बेचने वाले शेयरधारकों में प्रमोटर सुरेश त्यागी और जिमी त्यागी, कोटक स्पेशल सिचुएशन फंड और प्रेमजी इन्वेस्ट के स्वामित्व वाली PI ऑपर्च्युनिटीज फंड शामिल हैं। दिल्ली स्थित गोल्ड प्लस फ्लोट ग्लास बनाती है और इस साल फरवरी में अपना डीआरएचपी दाखिल किया है।
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन प्रोवाइडर ओरिएंट टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को भी सेबी की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने इस साल फरवरी में अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया और इसे 2 जुलाई को सेबी की मंजूरी मिली है। पब्लिक इश्यू के तहत 120 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी होंगे। इसके अलावा, 46 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री OFS के जरिए होगी। आईपीओ से होने वाली आय में से लगभग 79 करोड़ रुपये कैपिटल एक्सपेंजिचर के लिए और 10.35 करोड़ रुपये नवी मुंबई में ऑफिस परिसर के अधिग्रहण के लिए उपयोग किए जाएंगे।
बता दें कि सेबी ने इस महीने की शुरुआत में सॉफ्टबैंक के निवेश वाली यूनीकॉमर्स ई-सॉल्यूशंस फर्स्टक्राई की पैरेंट ब्रेनबीज सॉल्यूशंस, इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स और गाला प्रिसिजन इंजीनियरिंग के आईपीओ को मंजूरी दी थी।