शेयर बाजारों की दिशा इस हफ्ते ग्लोबल ट्रेंड और विदेशी निवेशकों की एक्टिविटी से तय होंगी। इसके अलावा इस हफ्ते टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और HCL टेक्नोलॉजीज के पहली तिमाही के नतीजे भी आने हैं, जो बाजार को दिशा देने में अहम भूमिका निभाएंगे। एनालिस्ट्स ने यह राय जताई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिछले हफ्ते की रिकॉर्ड तेजी के बाद स्थानीय बाजारों में कुछ नरमी दिख सकती है। BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4 जुलाई को 80392.64 अंक के अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंचा था। उसी दिन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 24401 अंक के अपने नए हाई पर पहुंच गया।
बजट से जुड़ी चर्चाओं के बीच सेक्टर-स्पेसिफिक उतार-चढ़ाव की उम्मीद है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि हालांकि मुनाफावसूली के दौर भी देखने को मिल सकते हैं। पिछले हफ्ते BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 963.87 अंक या 1.21 फीसदी चढ़ गया। वहीं निफ्टी 313.25 अंक या 1.30 फीसदी के लाभ में रहा। यहां हमने बताया है कि इस हफ्ते बाजार की चाल किन अहम फैक्टर्स से तय होंगी।
कॉर्पोरेट अर्निंग
FY25 की पहली तिमाही के तिमाही नतीजों का सीजन आ गया है। आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी TCS इस सीजन की शुरुआत करेगी। कंपनी के नतीजे 11 जुलाई को जारी किए जाएंगे। उसके बाद HCL टेक्नोलॉजीज 12 जुलाई को अपने नतीजों की घोषणा करेगी। एवेन्यू सुपरमार्ट्स के नतीजे 13 जुलाई को जारी किए जाएंगे। इन नतीजों के चलते स्टॉक स्पेसिफिक एक्शन दिख सकता है।
भारत में इन्फ्लेशन
बाजार की नजर 12 जुलाई को जारी होने वाले इन्फ्लेशन के आंकड़ों पर होगी। भारत का रिटेल इन्फ्लेशन मई 2024 में 12 महीने के निचले स्तर 4.75 फीसदी पर आ गया। कोर इन्फ्लेशन में भी थोड़ी कमी आई, जो अप्रैल में 3.2 फीसदी से मई में 3.1 फीसदी पर आ गया। हालांकि, फूड इन्फ्लेशन 8.69 प्रतिशत पर स्थिर बना हुआ है।
डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा
डोमेस्टिक कंज्यूमर इन्फ्लेशन के आंकड़ों के अलावा इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्शन पर भी फोकस होगा। इसके साथ ही बैंक लोन और डिपॉजिट लोन वृद्धि पर भी बाजार की नजर होगी। ये सभी आंकड़े 12 जुलाई को जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक 12 जुलाई को फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व के आंकड़े भी जारी करेगा।
अमेरिकी इन्फ्लेशन
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल 10 जुलाई को एक अहम भाषण देंगे। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘इस सप्ताह पहली तिमाही के नतीजों की वजह से हम शेयर और क्षेत्र विशिष्ट गतिविधियां देखेंगे। इसके अलावा निवेशकों की निगाह भारत, अमेरिका और चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर भी रहेगी।’’
मास्टर कैपिटल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘बाजार का परिदृश्य प्रमुख घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से तय होगा। भारत के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े, औद्योगिकी उत्पादन के आंकड़े, फेडरल रिजर्व प्रमुख का संबोधन, ब्रिटेन के सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़े, अमेरिका के उपभोक्ता मुद्रास्फीति तथा बेरोजगारी दावे के आंकड़े बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा
निवेशकों की नजर चीन की मुद्रास्फीति और उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) डेटा पर भी होगी। इसके साथ ही दक्षिण कोरिया के ब्याज दर निर्णय पर भी बाजार की नजर होगी। अमेरिका से जारी अहम आंकड़ों में 5 जुलाई को समाप्त हफ्ते के लिए एमबीए मॉर्गेज एप्लीकेशन और API और EIA कच्चे तेल के स्टॉक में बदलाव, मई के लिए थोक इन्वेंटरी, 6 जुलाई को समाप्त हफ्ते के लिए इनिशियल जॉबलेस क्लेम और जून के लिए उत्पादक मूल्य सूचकांक (PPI) शामिल हैं।
अगले हफ्ते फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (FII) की एक्टिविटी पर भी नजर रहेगी। प्रोविजनल आंकड़ों के अनुसार पिछले हफ्ते उन्होंने 6,874.66 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। केंद्रीय बजट और जेपी मॉर्गन के बॉन्ड इंडेक्स में भारत के शामिल होने की चर्चा कुछ ऐसे फैक्टर हैं, जिन्होंने लोकल इक्विटी में FII की दिलचस्पी को बढ़ाया है।
दूसरी ओर, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (DII) ने पिछले हफ्ते इक्विटी बाजारों में कुछ प्रॉफिट कमाया, क्योंकि उन्होंने प्रोविजनल आंकड़ों के अनुसार 385.29 करोड़ रुपये के इक्विटी बेचे। हालांकि, पिछले हफ्ते इक्विटी बाजारों में DII द्वारा लगातार, मजबूत खरीद से FII आउटफ्लो की भरपाई हो गई है। जहां FII ने कैश सेगमेंट में 14,704 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि DII ने 20,796 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, “अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में कोई तेज बढ़ोतरी नहीं होने पर FII खरीदारी जारी रह सकती है।”
प्राइमरी मार्केट में इस हफ्ते हलचल देखने को मिलेगी। इस सप्ताह दो कंपनियों के शेयरों की लिस्टिंग होने वाली है। SME सेगमेंट में एक IPO सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा, जबकि तीन कंपनियों का सब्सक्रिप्शन बंद होगा।
आने वाले हफ्ते में शार्क टैंक फेम नमिता थापर की अगुआई वाली एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स और बंसल वायर 10 जुलाई को बाजार में अपनी शुरुआत करेंगी। दोनों आईपीओ को निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी और उन्हें अपने-अपने ऑफर साइज से लगभग 70 गुना अधिक सब्सक्राइब किया गया था। इसके अलावा, अम्बे लैबोरेटरीज, गणेश ग्रीन भारत और इफ्वा इन्फ्रा एंड रिसर्च की भी अगले हफ्ते SME लिस्टिंग होगी।
कॉर्पोरेट एक्शन
अगले हफ्ते होने वाली प्रमुख कॉर्पोरेट एक्शन इस प्रकार हैं:
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