Shipbuilding Stocks: शिपिंग शेयरों में इस समय आग लगी हुई है और वे बेतहाशा स्पीड से चढ़ रहे हैं। देश के तीन शिपबिल्डर्स मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स (Mazagon Dock Shipbuilders), कोचीन शिपयार्ड (Cochin Shipyard) और गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स (Garden Reach Shipbuilders) रिकॉर्ड हाई पर ट्रेड कर रहे हैं। इन कंपनियों के शेयरों की तेजी में इस साल इन तीनों कंपनियों का मार्केट कैप अब तक 1.5 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है। मझगांव डॉक के शेयर इस साल 150 फीसदी उछले हैं जबकि गार्डन रीच शिपबिल्डर्स के शेयर 212 फीसदी और कोचीन शिपयार्ड के शेयर 319 फीसदी उछल हैं। फिलहाल मझगांव डॉक BSE पर 1.86 फीसदी की तेजी के साथ 5,705.00 रुपये, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स 1.99 फीसदी की बढ़त के साथ 2,723.20 रुपये और कोचीन शिपयार्ड 5.46 फीसदी के उछाल के साथ 2,834.90 रुपये के भाव पर हैं।
इस साल की शुरुआत में मझगांव डॉक का मार्केट कैप 46 हजार करोड़ रुपये के करीब था। अब यह 1.15 लाख करोड़ रुपये पर है यानी निवेशकों की दौलत में करीब 69 हजार करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। मार्च 2024 के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से मझगांव डॉक में सरकार की हिस्सेदारी 84.83 फीसदी है यानी सरकार की होल्डिंग करीब 90 हजार करोड़ रुपये की है। कोचिन शिपयार्ड की बात करें तो इस साल इसने निवेशकों की दौलत 58 हजार करोड़ रुपये से अधिक बढ़ाई है और अब इसका मार्केट कैप करीब 75 हजार करोड़ रुपये है। गार्डन रीच की बात करें तो इस साल 10 हजार करोड़ रुपये के मार्केट कैप से शुरू कर अब यह 31 हजार करोड़ रुपये के मार्केट कैप तक पहुंच गया है। कोचीन शिपयार्ड में सरकार की हिस्सेदारी 72.86 फीसदी और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स में 74.5 फीसदी है।
कैसी है कारोबारी सेहत
भारत में डिफेंस सेक्टर तेजी से ग्रो कर रहा है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने X (पूर्व नाम Twitter) पर लिखा कि वित्त वर्ष 2024 में डिफेंस प्रोडक्शन की वैल्यू ग्रोथ रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई और यह 16.8 फीसदी उछलकर 1.26 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अगले पांच साल में भारत की योजना 50 हजार करोड़ रुपये के डिफेंस एक्सपोर्ट्स की है। अभी मझगांव डॉक का ऑर्डरबुक 38 हजार करोड़ रुपये, गार्डन रीच का 22 हजार करोड़ रुपये और कोचिन शिपयार्ड का 22 हजार करोड़ रुपये का है।