Budget 2024 : इस महीने सरकार बजट पेश करेगी ऐसे में शुगर लेकर ड्राइ फ्रूट्स इंडस्ट्री की क्या हैं वित्त मंत्री से मांग बताने के लिए सीएनबीसी-आवाज के साथ आज मौजूद रहे ISMA के डायरेक्टर जनरल दीपक बालानी और बोलास एग्रो (Bolas Agro) के डायरेक्टर रजत कामत बोला, प्रोइंटेलीट्रेड सर्विसेज के फाउंडर दिनेश सोमानी और MOFSL के सीनियर वीपी नवनीत दमानी।
शुगर इंडस्ट्री की मांग पर बात करते हुए ISMA के डायरेक्टर जनरल दीपक बालानी ने कहा कि बजट में HEVs (हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल), FFVs (फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल) पर सरकार को GST घटाना चाहिए। एथेनॉल बनाने वाली मशीनों पर भी GST की दर घटनी चाहिए। सरकार को बजट में GST की दर को घटाकर 5 फीसदी कर देना चाहिए। GST घटने से क्लीन मोबिलिटी को बढ़ावा मिलेगा। ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन भी कम होगा। सरकार को एथेनॉल-100 पर भी GST को घटाना चाहिए।
एथेनॉल-100 पर 18 फीसदी की जगह 5 फीसदी GST लगना चाहिए। GST घटने से एथेनॉल-100 को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा गन्ने के स्थिर उपज पर ध्यान देने की जरूरत है। एथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम के लिए स्थिर उत्पादन जरूरी है। इसके लिए बजट में 2024-29 के लिए करीब 38000 करोड़ रुपए प्रावधान होना चाहिए। गन्ने की खेती और उत्पादन बढ़ाने पर ये रकम खर्च की जानी चाहिए।
ISMA की सरकार से ये मांग भी है कि सरकार को चीनी का एक्सपोर्ट दोबारा शुरू करना चाहिए। मौजूदा सीजन में 36 लाख टन अधिक चीनी का स्टॉक का अनुमान है। मांग पूरी करने के लिए देश में पर्याप्त चीनी मौजूद है। ISMA ने बताया है कि देश में चीनी का ओपनिंग स्टॉक (अक्टूबर 23) 56 लाख टन था। चीनी की घरेलू मांग 285 लाख टन है। क्लोजिंग स्टॉक (सितंबर 24) 91 टन रहने का अनुमान है। ऐसे में मौजूदा सीजन में 36 लाख टन सरप्लस चीनी का अनुमान है।