HDFC Bank के शेयरों में आज 4 जुलाई को दो फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। मुनाफावसूली के चलते यह स्टॉक 2.36 फीसदी लुढ़ककर 1726.60 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। सेंसेक्स में आज टॉप 30 में से 17 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए हैं, जिनमें एचडीएफसी बैंक का शेयर टॉप लूजर रहा। इसके पहले 3 जुलाई को एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 3 फीसदी की तेजी देखी गई थी। आज की गिरावट के साथ बैंक का मार्केट कैप घटकर 13.13 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
3 जुलाई को HDFC Bank के शेयरों में जमकर हुई थी खरीदारी
HDFC बैंक ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए शेयरहोल्डिंग पैटर्न जारी किया है। इस अवधि के दौरान बैंक में इससे पिछली तिमाही के मुकाबले फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPIs) की होल्डिंग में गिरावट देखने को मिली। इसके चलते बैंक में 3-4 अरब डॉलर का इनफ्लो देखने को मिल सकता है। इस खबर के बाद बैंक के शेयरों में जमकर खरीदारी देखी गई थी।
वर्तमान में, एचडीएफसी बैंक में FII ओनरशिप 54.8 फीसदी है। FII ओनरशिप 55 फीसदी से नीचे गिरने के साथ अगस्त 2024 के री-बैलेंसिंग के दौरान एचडीएफसी बैंक के लिए MSCI इनफ्लो वेटेज बढ़ने की उम्मीद है। अगस्त की रिव्यू कट-ऑफ 18 जून से 31 जून के बीच हुई, जिसकी आधिकारिक घोषणा 13 अगस्त को की गई और एडजस्टमेंट 30 अगस्त 2024 को किए जाएंगे।
HDFC Bank पर ब्रोकरेज की राय
UBS के एनालिस्ट्स ने भविष्य में 3-6.5 अरब डॉलर के बीच खरीद का अनुमान लगाया है, जो कि हाल ही में हुई तेजी को दिखाता है। ब्रोकरेज फर्म ने बैंक पर ‘Buy’ कॉल बनाए रखा है, जिसका टारगेट प्राइस 1900 रुपये प्रति शेयर है। जेफरीज ने भी कहा कि FII हिस्सेदारी में कमी से MSCI को फॉरेन इनक्लुजन फैक्टर की सीमा को 50 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने 1880 रुपये प्रति शेयर के टारगेट के साथ ‘Buy’ रेटिंग भी बनाए रखी। पिछले एक महीने में HDFC बैंक के शेयरों में 16 फीसदी की तेजी आई है। पिछले 6 महीने में इसने महज 2 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले एक साल में बैंक के शेयरों का प्रदर्शन फ्लैट रहा है।